पटना : उत्तर प्रदेश का डॉयलॉग मिट्टी में मिला देंगे काफी पॉपुलर हो गया है. अब बिहार में इसपर सियासत हो रही (RLJD President Upendra Kushwaha) है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरएलजेडी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार खुद मिट्टी में मिलने की बात करते रहे हैं. राजनीति की डिक्सनरी में यह शब्द तो नीतीश कुमार ने ही सबसे पहले लाएं हैं. आज अगर कोई और कह रहा है तो उन्हें दर्द क्यों लग रहा है.
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अब पुराने फैसले पर हो रहा अहसास : उपेंद्र कुशवाहा ने कहा की आज नीतीश कुमार अपने पुराने फैसले को बदलने में लगे. अब जाकर उन्हें एहसास हुआ है कि शिक्षक को बहाली गलत हो रही थी. शराबबंदी कानून के फैसले को भी धीरे धीरे बदल रहे हैं. अब जाकर उन्हें लग रहा है की पिछले कई साल से जो वो करते आ रहे थे. वो गलत था. उल्टे भाजपा पर आरोप लगा रहे है जो की ठीक नहीं है. उन्होंने कहा की नीतीश कुमार कुछ भी कर लें अब जनता इनको स्वीकार करनेवाला नहीं है. जनता सब समझ रही है. इनसे अब बिहार नहीं संभंलने वाला है.
" मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद मिट्टी में मिलने की बात करते रहे हैं कि मि्टटी में मिल जाएंगे लेकिन यह नहीं करेंगे और वह नहीं करेंगे. राजनीति के डिक्सनरी में सबसे पहले शब्द तो नीतीश कुमार ने ही लाएं हैं. उन्हें सोचना चाहिए कि उन्होंने तब क्यों कहा था. आज अगर कोई और कह रहा है तो उन्हें खराब क्यों लग रहा है." -उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, आरएलजेडी
'बिहार को मिट्टी में मिला दिया है': उन्होंने कहा कि 17-18 साल से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं. पहले के फैसले को बदलने की अब क्यों जरूरत पड़ गई. ठीक है बदलना जरूरी था कि तो इतने दिनों बाद उनको यह एहसास हुआ कि जो हम शिक्षकों को बहाल करेंगे. उससे शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी. उन्होंने कहा कि बिहार को मिट्टी में मिला दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा कि नीतीश जी क्या काम करते हैं कि अब उनको खुद ही एहसास हो रहा होगा.