पटनाः बिहार में नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष और विपक्ष में सभाएं हो रही है. जिसमें सत्तापक्ष और विपक्ष के बड़े-बड़े दिग्गज नेता जनता के साथ संवाद कर रहे हैं. गुरुवार को जहां कानून के पक्ष में गृह मंत्री अमित शाह ने सभा किया. वहीं, दूसरी तरफ इसके विरोध में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लोगों को संबोधित किया. इसके बाद भीड़ को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है. आरजेडी ने दावा किया है कि तेजस्वी के सभा में अधिक भीड़ रही.
आरजेडी प्रदेश उपाध्यक्ष तनवीर हसन ने दावा करते हुए कहा कि अमित शाह से ज्यादा तेजस्वी की सभा में जनता पहुंची. उन्होंने बताया कि गया में भी 2 दिन पहले योगी आदित्यनाथ की सभा के मुकाबले तेजस्वी की जनसभा में लोगों की भीड़ ज्यादा थी. वहीं, गुरुवार को भी किशनगंज में तेजस्वी की सभा में ज्यादा भीड़ रही. आरजेडी नेता ने दावा किया कि वैशाली में गृह मंत्री अमित शाह की सभा में भीड़ कम रही.
'सीएम चेहरे पर नहीं बोलते हैं शाह'
आरजेडी नेता तनवीर हसन ने अमित शाह के बिहार दौरे पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि राज्य में अपराध, भ्रष्टाचार, दुष्कर्म, लूट और डकैती की घटनाएं हो रही हैं. लेकिन गृह मंत्री ने इस मसले पर कुछ भी नहीं बयान दिया. आरजेडी नेता ने तंज कसते हुए कहा कि शाह सिर्फ नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात करते हैं. लेकिन चुनाव के बाद सीएम कौन बनेगा इस पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करते.
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तनवीर हसन का कहना है कि अमित शाह के इस तरह के बयान से जेडीयू और बीजेपी के बीच संशय की स्थिति है. आरजेडी नेता की मानें तो शाह के बयानबाजी का मतलब साफ है कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली बीजेपी के पास बिहार में अपना कोई नेता नहीं है.