पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई प्रमुख भवनों का उद्घाटन और कई का शिलान्यास करेंगे. जिसमें प्रमुख तौर पर पीएमसीएच स्थित आईजीआईसी की नई बिल्डिंग और परिवहन निगम का भवन भी शामिल है. इसे लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि चुनाव की जल्दबाजी के चक्कर में इन सबका हाल भी गोपालगंज के पुल जैसा न हो जाए.
'जनता को भुगतना पड़ेगा खामियाजा'
आरजेडी प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री जल्दी-जल्दी सरकारी योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं. यह सिर्फ चुनावी स्टंट है, लेकिन इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि उद्घाटन में जल्दबाजी का नतीजा गोपालगंज में देखने को मिल चुका है. जहां उद्घाटन के महज 29 दिन में ही सत्तर घाट पुल का एप्रोच रोड ध्वस्त हो गया.
'हड़बड़ी में उद्घाटन और शिलान्यास'
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेडीयू की सभी योजनाओं का हाल कहीं गोपालगंज जैसा न हो जाए. उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की भलाई सोचनी चाहिए न कि चुनावी ऐजेंडे के तहत योजनाओं का हड़बड़ी में उद्घाटन और शिलान्यास करना चाहिए.
'विकास के पर्याय हैं नीतीश कुमार'
विपक्ष के इस आरोप पर सत्तादल जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास के पर्याय हैं. राज्य में लगातार विकास के काम चल रहे हैं. इसी कड़ी में आज का कार्यक्रम भी शामिल है. मुख्यमंत्री 15 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को कायम करते हुए इस आपदा की घड़ी में भी काम कर रहे हैं.
जुड़ेंगे कई विभागों के मंत्री
राजीव रंजन ने कहा कि विपक्ष के कार्यकाल में विकास का कोई काम नहीं किया गया. जिससे परेशान होकर वे इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं. बता दें कि सीएम आज विभिन्न विभागों के 2685. 84 करोड़ रुपये के 99 भवनों के शिलान्यास और 1725.71 करोड़ के 264 भवनों के लोकार्पण करेंगे. यह कार्यक्रम शाम 5 बजे मुख्यमंत्री आवास से होगा, जिसमें कई विभागों के मंत्री भी जुड़ेंगे.