पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (RJD supremo Lalu Prasad Yadav) का सिंगापुर में इलाज शुरू हो गया है. लालू यादव किडनी की बीमारी की समस्या से जुझ रहे हैं. इसके के लिए वो 10 अक्टूबर की रात सिंगापुर के लिए रवाना हुए थे. सीबीआई कोर्ट से पासपोर्ट रिलीज होने के बाद अपना इलाज कराने के लिए लालू यादव सिंगापुर आए हुए हैं. लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी अचार्या ने ट्वीट कर लालू के अस्पताल में इलाज करवाते हुए तस्वीर शेयर की है.
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लोगों की आवाज को जिसने किया था बुलंद
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) October 14, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आज वहीं दर्जनों बीमारियों से लड़ रहा है जंग.. pic.twitter.com/L7dLQe8IPe
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सिंगापुर में लालू यादव का इलाज: सिंगापुर में डॉक्टरों से सलाह लेकर लालू यादव किडनी ट्रांसप्लांट (Lalu Yadav Kidney Transplant In Singapore) कराएंगे. चारा घोटाला केस में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का पासपोर्ट सीबीआई कोर्ट के आदेश के बाद पहले से ही रिलीज किया जा चुका है. आरजेडी सुप्रीमो के साथ उनकी बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती भी सिंगापुर गई हैं. लालू इससे पहले दिल्ली में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए थे.
जमानत पर बाहर हैं लालू यादव: आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को चारा घोटाले के पांच अलग-अलग मामलों में सीबीआई की विशेष अदालत ने सजा सुनायी थी. सजा की आधी अवधि पूरी होने, स्वास्थ्य कारणों और उनकी बढ़ती उम्र को देखते हुए हाईकोर्ट ने इन सभी मामलों में जमानत दे दी थी. अभी लालू प्रसाद जमानत पर बाहर हैं.
सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट की है बेहतरीन सुविधाः सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट की बेहतरीन सुविधा है. जितने लोगों की किडनी ट्रांसप्लांट की गई है, उसकी सफलता का औसत काफी अच्छा है. अगर जीवित डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है तो उसकी सफलता दर 98.11 फीसदी है. जबकि डेथ डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट की सफलता दर 94.88 फीसदी है. वहीं, भारत में किडनी ट्रांसप्लांट का सक्सेस रेसियो देखें तो ये करीब 90 फीसदी है. जीवित व्यक्ति से किडनी ट्रांसप्लांट कराने पर 12-20 साल और मृत व्यक्ति से किडनी ट्रांसप्लांट कराने पर 8-12 साल तक जीवन अवधि बढ़ जाती है.
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