पटना : नीतीश कुमार ने मोतिहारी में दीक्षांत समारोह में जिस तरह से 'बीजेपी से दोस्ती' की बात कही उसको लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि जो कार्यक्रम था, जिस तरह से मुख्यमंत्री ने बातें कही है, उसे गलत ढंग से सामने लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वहां पर भाजपा के सांसद राधा मोहन सिंह बैठे हुए थे. मुख्यमंत्री ने अपने व्यक्तिगत संबंधों कीम मंच से दुहाई दे रहे थे. लेकिन, कुछ लोग इसका गलत संदर्भ निकाल रहे हैं, जो कहीं से भी ठीक नहीं है.
'बीजेपी के लोग ख्याली पुलाव बना रहे..' : उन्होंने कहा कि अब वह लोग भूल जाएं कि कभी भी उस तरह का संबंध मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन लोगों के साथ रखेंगे. वह अब जमाना बदल गया है. सब कुछ बदल गया है, भारतीय जनता पार्टी की जो रणनीति है, वह भी पूरी तरह से बदल गई है. देश की जनता के कंधे पर महंगाई एक बोझ की तरह है जिसे 2024 में प्रवाहित कर देगी. क्योंकि केंद्र में बैठी हुई सरकार कुछ नहीं कर रही है. अब वह जमाना नहीं है, जो सोच लेकर भाजपा के लोग ख्याली पुलाव बना रहे हैं, वह सोच, वह अपने मन में ही रखें. अब वो सब नहीं होने वाला है.
''सच्चाई यही है कि मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो बात कही वह व्यक्तिगत संबंधों को लेकर कही है. हमें नहीं लगता है कि कुछ ऐसी बातें उन्होंने कही हैं जिससे भाजपा के लोगों को खुशी हो रही है. जो ऐसे ही खुश होना चाहते हैं उन्हें कौन रोक सकता है. लेकिन इतना बात याद रखना चाहिए कि अब वह जमाना नहीं रह गया है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सब कुछ समझ रहे हैं कि किस तरह से केंद्र में बैठी हुई सरकार, पूरे देश को तबाह और बर्बाद करने में जुटी हुई है.'' - शक्ति सिंह यादव, मुख्य प्रवक्ता, राजद
बीजेपी से दोस्ती वाले बयान से सियासी भूचाल : बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने ही सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा था कि ''ये जितने लोग हैं, सब साथी हैं. कौन कहां है, छोड़िये न भाई. छोड़ो न एकरा से का मतलब है. हमरा त दोस्ती कहियो खतम होगा. जब तक हम जीवित रहेंगे, आप लोगों के साथ भी मेरा संबंध रहेगा. चिंता मत करिये. जब तक जिंदा है, तब तक भाजपा नेताओं से दोस्ती बनी रहेगी.''