पटना: बिहार के जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर जो सियासत शुरू हुई है वो रुकने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से जातीय जनगणना को राज्य के खर्चे पर करवाने की मांग की है. इस पर बीजेपी ने आरजेडी पर निशाना साधा तो आरजेडी ने भी पलटवार किया है. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर उनके कैबिनेट के मंत्रियों को ही विश्वास नहीं है.
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राजद प्रवक्ता एजाज अहमद (Ejaz Ahmed) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जिन परिस्थितियों में अभी बिहार में एनडीए की सरकार चल रही है कभी भी बिहार की सरकार गिर सकती है क्योंकि नीतीश कुमार अंतर्द्वन्द में सरकार चला रहे हैं. उनके साथ काम करने वाले बीजेपी कोटे के मंत्री ही जातीय जनगणना के मुद्दे पर उनका विरोध कर जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात कर रहे हैं.
जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश के खिलाफ उनके ही मंत्री हैं. नीतीश कुमार जी आपके नेतृत्व पर आपके मंत्री विश्वास नहीं कर रहे हैं तो आपने क्या कार्रवाई की स्पष्ट करें. आरएसएस की विचारधारा को नीतीश ने अपनाकर समाजवादी विचार का परित्याग कर दिया है. यह एक बड़े विस्फोटक के रुप में सामने आएगा. यह सरकार ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है.- एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
राजद के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा है कि राजद पहले अपने घर को संभाले फिर एनडीए गठबंधन की बात करे.
विपक्ष को पहले अपना घर संभालना चाहिए. परिवार भी नहीं संभल रहा है. पार्टी भी परिवार की है और परिवार से ही पार्टी के सबसे बड़े नेता को लगातार चुनौती मिल रही है. बाहर से कोई चुनौती नहीं है.- अखिलेश सिंह, बीजेपी प्रवक्ता
बता दें कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (RJD leader Tejashwi Yadav) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वे स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से जातीय जनगणना (Caste Census) कराने का ऐलान करें. नेता प्रतिपक्ष ने सीएम नीतीश कुमार से भी अपील की कि वे राज्य के खर्चे पर इसे कराने की कल गांधी मैदान से घोषणा करें.
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