पटना: बिहार विधान सभा (Bihar Assembly Centenary Year) के शताब्दी वर्ष समारोह समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए मंगलवार यानी 12 जुलाई को पटना आ रहे हैं. उनके आगमन पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा (Special Status to Bihar) देने की मांग उठाई है. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि ये अच्छा मौका है, जब उस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम के सामने स्पेशल स्टेट्स का मुद्दा उठाना चाहिए.
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"हुजूर देर कर दी आते-आते. चुनाव में जितना वादा करके गए थे, वादा तो पूरा हुआ नहीं. जनता भी बेसब्री से इंतजार कर रही थी. अब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना आ रहे हैं तो लोगों को उम्मीद है प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री बिहार की वाजिब मांग विशेष राज्य के दर्जे की रखेंगे और प्रधानमंत्री घोषणा करें"- मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
आरजेडी ने याद दिलाए चुनावी वादे: आरजेडी प्रवक्ता ने कहा 19 लाख रोजगार देने का वादा का क्या हुआ और इसको लेकर भी बिहार की जनता प्रधानमंत्री को खोज रही है. बिहार की जनता ने 39 सांसद दिए हैं. ऐसे में जो वादा किया है, वह निभाना पड़ेगा नहीं तो फिर 2024 के चुनाव में सत्ता से जाना होगा. मुख्यमंत्री ने तो पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने की मांग हाथ जोड़कर की थी, वह भी पूरा नहीं हुआ है.
12 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी पटना आएंगे: पीएम मोदी 12 जुलाई को विधानसभा परिसर में विधानसभा भवन शताब्दी स्तंभ का उद्घाटन करने के साथ ही विधानसभा संग्रहालय के निर्माण की भी आधारशिला रखेंगे. विधानसभा संग्रहालय में बिहार में लोकतंत्र के इतिहास में अब तक हुई घटनाओं का विवरण होगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री विधानसभा गेस्ट हाउस के निर्माण की भी आधारशिला रखेंगे. अपने एक घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री का संबोधन भी होगा.
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