पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रामसूरत राय के मसले को विधानसभा में उठाया. तेजस्वी ने कहा कि जिस स्कूल में शराब की बरामदगी हुई थी उस स्कूल का उद्घाटन मंत्री रामसूरत राय ने किया था.
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भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी दल रामसूरत की इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं. विधानसभा में हंगामा करने के बाद राजद के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के सामने बैठकर हंगामा करने लगे. काफी देर तक उनका प्रदर्शन चला.
पक्षपात करने का आरोप
राजद विधायकों का कहना है कि उनकी बातों को सदन में नहीं सुना जाता है. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा पर राजद विधायकों ने पक्षपात करने का भी आरोप लगाया. राजद विधायकों ने कहा कि मजबूरन वे लोग विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के सामने बैठे हैं.
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शराब के मामले पर सही से हो जांच
वहीं, इससे पहले तेजस्वी ने संवाददाता सम्मेलन करके कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा कई बार बदलती रहती है. लेकिन राजस्व मंत्री की जमीन से बरामद शराब के मामले पर सही से जांच होनी चाहिए. कोई कुछ भी दावा कर सकता है. अभी तक मंत्री रामसूरत राय का पक्ष सुना जा रहा था. लेकिन सच का पता दोनों पक्षों को सुनने के बाद ही चल सकता है. वे निर्दोष हैं तो एग्रीमेंट पेपर पेश करें.
'बच नहीं सकते राजस्व मंत्री'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उस जमीन पर संचालित स्कूल के संस्थापक मंत्री रामसूरत राय हैं और व्यवस्थापक उनके भाई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह स्कूल मंत्री के पिता के नाम पर चल रहा था, इसलिए वे दावा नहीं कर सकते कि स्कूल से उनका कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि लीज पर किसी की जमीन लेकर कोई जमीन के मालिक के नाम पर स्कूल नहीं खोलता. इसलिए राजस्व मंत्री इससे बच नहीं सकते.