पटनाः बिहार पुलिस की कार्रवाई से नाराज भोजपुर बड़हरा राजद विधायक सरोज यादव ने सीएम हाउस के सामने 19 सितंबर को आमरण अनशन पर बैठने का फैसला किया है. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि बिहार में लॉ एंड आर्डर पूरी तरह ध्वस्त है. उन्होंने कहा कि मेरे उपर लगातार मानसिक अत्याचार हो रहा है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने आत्मदाह करने की बात भी कही.
'लगातार हो रहे हैं हमले'
विधायक सरोज यादव के मोबाइल पर 12 सितम्बर को धमकी भरा मैसेज आया. जिसमें 10 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी नहीं देने पर उन्हें और उनके पूरे परिवार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. विधायक ने इस संदर्भ में 12 सितम्बर को दानापुर थाना में केस दर्ज कराया था.उन्होंने बताया कि इससे पहले भी एक बार उनके पीए पर हमला हो चुका है. बड़हरा स्थित उनके आवास पर फायरिंग भी की गई थी. इस संदर्भ में भी विधायक ने बड़हरा थाने में केस दर्ज करा रखा है. किसी भी मामले में पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं लगी है.
'विधायक की दलील'
विधायक ने कहा कि मेरी तरफ से नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. बावजूद इसके पुलिस मामले में अब तक कुछ नहीं कर पाई है. जबकि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. राजद विधायक ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, यदि सत्ता पक्ष का विधायक होता तो अब तक कार्रवाई हो चुकी होती. अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होता. उन्होंने कहा कि उनपर हुए हमले को जानकारी डीजीपी से लेकर पटना और भोजपुर के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को है. बावजूद इसके अबतक अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर है.
विधायक ने अपने दानापुर स्थित आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि पहले 18 सितम्बर को राज्य की बिगड़ते लॉ एंड ऑर्डर को लेकर एक ज्ञापन सौंपेंगे और 19 सितम्बर को 12 बजे से वो सीएम आवास के पास आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी कार्रवाई नही हुई तो वह परिवार की सुरक्षा के लिए आत्मदाह करने को मजबूर हो जायेगे. विधायक ने सरकार से खुद के साथ-साथ परिवार की सुरक्षा बढ़ाये जाने की मांग की है.