पटनाः शिक्षकों को शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) के काम में लगाने के सरकार के बेतुके फरमान पर एक तरफ जहां शिक्षक नाराजगी जता रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने इसे शिक्षा के खिलाफ निर्णय करार दिया है. आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र (RJD MLA Bhai Birendra On Government Order For Teacher) ने इस आदेश को लेकर सरकार पर हमला बोला और कहा कि राजद इसका पुरजोर विरोध करेगा, इसे जल्द से जल्द वापस लिया जाए.
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'एक तरफ कोरोना वायरस के कारण ऐसे ही बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है. दूसरी तरफ सरकार का यह फरमान शिक्षा का बंटाधार करने वाला है. यह सरकार की सोची समझी साजिश है, बिहार में शिक्षा और सरकारी स्कूलों का बंटाधार करने की. शिक्षकों को पहले जनगणना के काम में लगाया गया और अब उनसे शराबबंदी का काम कराकर सरकार पूरी तरह शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली है'- भाई वीरेंद्र, प्रवक्ता राजद
भाई वीरेंद्र ने कहा कि पहले ही सरकार ने पूरे पुलिस प्रशासन को शराबबंदी के काम में लगा दिया है. अब शिक्षकों को भी इस काम में लगाया जा रहा है, जो शिक्षकों के शैक्षणिक कार्यों को प्रभावित करेगा. महागठबंधन और खासकर राजद शिक्षकों के खिलाफ लिए गए इस निर्णय का पुरजोर विरोध करेगा.
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इससे पहले राजद नेता चितरंजन गगन ने भी इस आदेश का विरोध करते हुए कहा था कि राज्य में शिक्षकों के लाखों-लाख पद रिक्त रहने के कारण विद्यालयों में सही ढंग से पढ़ाई नहीं हो रही है. पहले से ही शिक्षकों से कई अन्य काम लिए जाते रहे हैं. कभी-कभी तो शिक्षकों की कमी की वजह से कई स्कूलों में ताला लटका रहता है. सरकार के इस नये फरमान से तो शिक्षा व्यवस्था ही पूर्ण रूप से ठप हो जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि सरकार को बच्चों की पढ़ाई से ज्यादा महत्वपूर्ण काम शराबबंदी ही दिखाई पड़ रहा है. क्योंकि सरकारी स्कूलों में तो ज्यादातर गरीबों के बच्चे ही पढ़ते हैं.
आपको बता दें कि शुक्रवार को शिक्षा विभाग (Bihar Education Department Notification) के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है. जिसमें यह स्पष्ट कहा गया है कि सभी स्कूलों में शिक्षा समिति की बैठक बुलाकर बताया जाए कि शिक्षक को नशाबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करना है और अगर कोई शराब पीते हुए या शराब बेचते हुए मिलता है, तो उसकी जानकारी टोल फ्री नंबर पर देनी है.
दरअसल बिहार में शराबबंदी के बावजूद चोरी छुपे शराब के सेवन और जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर सरकार की सख्ती जारी है. कई बार स्कूल कैंपस से शराब की बोतलें मिलने और स्कूल कैंपस में स्कूल अवधि के बाद शराब पीने की खबरों को लेकर शिक्षा विभाग ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. सभी जिलों को ये भी निर्देश जारी किया गया है कि स्कूल अवधि के बाद भी स्कूल कैंपस का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए.
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