पटना: राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तमिलनाडु की घटना को लेकर (Shivanand Tiwari On Tamilnadu Issue) कहा कि यह घटना संकेत दे रही है की भविष्य में इस तरह की घटनाएं अन्य प्रांतों में भी हो सकती हैं. देश में बेरोजगारी की समस्या सुरसा की तरह बढ़ती जा रही है. अब तक वहां बिहार के श्रमिकों का स्वागत होता था. स्वागत सिर्फ इसलिए नहीं होता था कि वहां स्थानीय मजदूर उपलब्ध नहीं थे बल्कि इसलिए भी स्वागत होता था कि बिहार के श्रमिक कम मजदूरी में भी हाड़तोड़ काम करने को तैयार रहते हैं.
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शिवानंद तिवारी ने तमिलनाडु की घटना को बताया दुखद : आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि- "तमिलनाडु के पदाधिकारी भले ही वहां बिहारी मजदूरों पर हुए हमलों से इंकार करें लेकिन तथ्य यही है की वहां बिहार के मजदूरों पर एक जगह नहीं कई जगहों पर हमला हुआ है. इसलिए इसे नियोजित भी माना जा सकता है. अब तक के अनुभव से यह स्पष्ट हो चुका है कि उद्योगीकरण द्वारा विकास की नीति से बेरोजगारी की समस्या का समाधान संभव नहीं है बल्कि विकास की इस नीति को रोजगार विहीन विकासनीति कहा जाना चाहिए. आधुनिक यंत्रों ने मनुष्य को काम से बेदख़ल कर दिया है. बड़े-बड़े उद्योगों में तो मशीनी आदमी (रोबोट्स) का इस्तेमाल हो रहा है."
"बिहार के मजदूरों पर हुए हैं हमले" : आरजेडी नेता शिवानंद ने कहा कि मनुष्य की तरह सोच समझ रखने वाले मनुष्य के निर्माण की दिशा में भी विज्ञान कदम बढ़ चुका है. इस परिस्थिति में बेरोजगारी की समस्या का समाधान सपना देखने जैसा दिखाई दे रहा है. सरेआम लड़कियों के साथ बदसलूकी हो रही है. विरोध करने पर पिटाई होती है. परिजनों की हत्या तक की खबर मिलती है. आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तमिलनाडु की घटना को लेकर कहा कि समाज में तेजी के साथ हिंसा का फैलाव हो रहा है. भीड़ द्वारा हत्या की घटनाएं बढ़ती जा रही है. क्रूरता का फैलाव हो रहा है.