पटना: बिहार का सत्ताधारी दल जदयू के राज्यहित के मुद्दे पर मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी के खुलेआम ऑफर के बीच राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने उपेन्द्र कुशवाहा से मुलाकात (Mrityunjay Tiwari met Jdu Leader Upendra Kushwaha) की है. जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के साथ आरजेडी नेता की मुलाकात ने बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है. ये अलग बात है कि मृत्युंजय तिवारी इसे महज निजी मुलाकात बता रहे हैं.
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मृत्युंजय तिवारी शनिवार को अचानक कुशवाहा के पटना स्थित आवास पहुंचे, जहां दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई. इस मुलाकात के बाद जदयू नेता कुशवाहा के कोई बयान सामने नहीं आए हैं, लेकिन तिवारी इसे निजी मुलाकात बता रहे हैं.
''नए वर्ष के मौके पर वे जदयू नेता को शुभकामनाएं देने आया था. राजनीति चर्चा के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जब दो दलों के लोग मिलते हैं तो ऐसी बातें होना स्वाभाविक ही है." - मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी प्रवक्ता
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आरजेडी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि उन्होंने जातिगत जनगणना कराए जाने के जदयू नेता के स्टैंड के लिए धन्यवाद भी दिया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का स्पष्ट संदेश है कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर जो भी साथ आना चाहेंगे, उनका स्वागत करेंगे.
बता दें कि दो दिन पूर्व ही आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि जातीय जनगणना पर नीतीश के साथ आरजेडी खड़ा रहेगा, लेकिन नीतीश के सहयोगी दल जनगणना पर अलग राय रख रहे, जो मंत्री नीतीश कुमार की नीति का समर्थन नहीं करते, उसे हटा देना चाहिये. यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में है. बिहार के हित की बात जहां भी होगी वहां उनकी पार्टी नीतीश के साथ खड़ी रहेगी.
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फिलहाल, आरजेडी के प्रवक्ता और जदयू के वरिष्ठ नेता के इस मुलाकात को मात्र संयोग नहीं माना जा सकता है. अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में इन नेताओं की मुलाकत बिहार की सियासत में क्या हलचल मचाती है.
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