पटना: बिहार में डोमिसाइल पॉलिसी लागू करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. राजनीतिक दल डोमिसाइल नीति को लेकर फ्रंटफुट पर नजर आ रहे हैं. आरजेडी ने इस मामले को बिहार विधानसभा में भी जोर-शोर से उठाया. जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है.
आरेजडी के वरिष्ठ नेता आलोक मेहता ने कहा है कि कई ऐसे राज्य हैं जहां डोमिसाइल पॉलिसी लागू है. लेकिन, बिहार में ऐसी कोई नीति फिलहाल नहीं है. जिसका नतीजा ये होता है कि बिहार में बाहर के छात्रों को नौकरी मिल जाती है. लेकिन, बिहार के छात्रों को दूसरे राज्यों में नौकरी नहीं मिलती है. आरजेडी ने बेरोजगारी की बात कहते हैं डोमिसाइल पॉलिसी की मांग की है.
ये भी पढ़ें: बोले तेजस्वी यादव- नीतीश सरकार को नहीं है बिहार के युवाओं की चिंता, भगवान भरोसे हैं बेरोजगार
'प्रदेश के युवाओं को मिलेगा रोजगार'
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से विधायक भोला यादव ने डोमिसाइल को लेकर सवाल उठाया. जिस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता आलोक मेहता ने कहा कि बिहार में डोमिसाइल पॉलिसी लागू होनी ही चाहिए. लोअर ज्यूडिशरी हो या फिर व्याख्याताओं की नियुक्ति का मामला हो तमाम नौकरियों में बिहार के बाहर के छात्रों का बोलबाला हो गया है. बिहार में अगर डोमिसाइल पालिसी लागू हो जाएगी तो बिहार के छात्रों को दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा.