पटना : बिहार के बांका के मदरसा में हुए ब्लास्ट ( Banka Madarsa Blast) मामले में जांच एजेंसियों को अब तक भले ही कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा हो, लेकिन इस मामले पर सियासत (Politics) जारी है. बीते दिनों भाजपा सांसद अजय निषाद (BJP MP Ajay Nishad) के दिए गए बयान पर घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा ये लोग घटना को सांप्रदायिक रंग देने में जुटे हैं. वहीं जदयू का इस मामले में भाजपा से अलग स्टैंड है.
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भाजपा सांसद अजय निषाद ने दिया था बयान
बता दें कि बांका के मदरसा में हुए ब्लास्ट मामले पर भाजपा के सांसद अजय निषाद ने मदरसा और उसको संचालित करने वाले धर्मगुरुओं पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि "मदरसे को संचालित करने वाले धर्मगुरु हैं, उनका पहला लक्ष्य अपने समाज के अनपढ़ लोगों को नियंत्रण में रखना होता है. उनका इस्तेमाल ये लोग इस्लाम के नाम पर, धर्म के नाम पर और गलत एक्टिविटी में उपयोग कर गुमराह करने का काम करते हैं. उनका शोषण किया जाता है. आतंकवादी होते हैं. वो गोली खाकर मर जाते हैं या जेल में सड़ जाते हैं, उनको कोई देखने वाला भी नहीं रहता. बीजेपी सांसद ने कहा कि इन सारी समस्याओं के जड़ ये ही लोग (धर्मगुरु-मौलवी ) हैं."
विस्फोट पर भाजपा राजद आमने- सामने
राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने भाजपा पर तीखे वार किए हैं. उन्होंने कहा कि देश की आजादी में अल्पसंख्यकों का भी योगदान रहा है. पीर अली जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने भी भूमिका निभाई है. भाजपा के लोग बम विस्फोट की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.
'मदरसा में बम विस्फोट की घटना चिंताजनक है. सरकार और प्रशासनिक स्तर पर घटना की जांच चल रही है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सुशासन की सरकार को किसी को भी नहीं बख्सा जाएगा.' :- संजय टाइगर, भाजपा प्रवक्ता
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जदयू का स्टैंड भाजपा से अलग
वहीं जेडीयू इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने से बच रही है. भाजपा सांसद के बयान से पार्टी ने भी किनारा कर लिया है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि नीतीश कुमार अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं. बम विस्फोट की घटना में जो कोई भी दोषी होंगे. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
8 जून को हुआ था धमाका
बांका के नवटोलिया के नूरी मस्जिद के पास स्थित मदरसा में 8 जून को धमाका हुआ था. धमाके के चलते मदरसा के मौलवी अब्दुल सत्तार मोमिन की मौत हो गई थी. करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे. कहा जा रहा है कि इस दौरान एक बच्चे की भी मौत हुई थी. धमाका इतना जोरदार था कि मदरसा जमींदोज हो गया था.
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कई एजेंसियां कर रही जांच
बम ब्लास्ट का आतंकी कनेक्शन होने की संभावना के चलते एनआईए (NIA) को भी मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही बिहार एटीएस और पुलिस की विशेष टीम भी मामले की जांच में जुटी है. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि धमाके के पीछे किन लोगों का हाथ था. मदरसा में विस्फोटक कहां से लाया गया था और बम जमा करने का मकसद क्या था.
हिरासत में लिए गए थे 4 लोग
मदरसा ब्लास्ट मामले में पुलिस ने मदरसा के सचिव सहित चार लोगों को हिरासत में लिया था. हिरासत में लिए गए लोगों के नाम मो. फारुख ( मदरसा सचिव ), मो. इदरीश, अहमद और कुदुस मियां हैं. विस्फोट के बाद मौलाना को जिस कार से ले जाया गया था, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया था.