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370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बदले RJD और JDU के सुर, बोले- 'कोर्ट के फैसले का करते हैं स्वागत'

Article 370 Supreme Court Verdict: सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने की प्रक्रिया को सही करार दिया है. कोर्ट ने माना है कि आर्टिकल 370 एक अस्थायी प्रावधान था. इस फैसले पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. बीजेपी जहां इस फैसले का स्वागत कर रही है तो वहीं जेडीयू की ओर से कोर्ट के फैसले के खिलाफ कुछ भी ना कहने की बात कही जा रही है. हालांकि जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने केंद्र सरकार से बड़ी मांग कर दी है.

370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
आर्टिकल 370 पर SC के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 11, 2023, 1:42 PM IST

आर्टिकल 370 पर SC के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

पटना: जम्मू- कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद से लगातार विपक्ष आक्रामक थी. मामला सुप्रीम कोर्ट में गया. लंबी सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने धारा 370 पर फैसला सुना दिया है और सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के फैसले पर मोहर लगा दी है. इसका भाजपा ने फैसले का स्वागत किया है.

'आतंकवाद और अलगाववाद की टूटेगी कमर'- BJP: पार्टी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा है कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के फैसले पर मोहर लगा दी है. धारा 370 और 35A के चलते भारत की एकता और अखंडता खतरे में थी लेकिन सरकार ने सही समय पर फैसला लिया और सुप्रीम कोर्ट ने भी मोहर लगा दी. अब आतंकवाद और अलगाववाद की कमर टूट जाएगी.

"आज के फैसले से भारत की और जम्मू-कश्मीर की जनता काफी खुश होगी. इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर जश्न का माहौल है. इसके लिए ज्यूडिशयरी को सलाम है. साथ ही जम्मू-कश्मीर की जनता को भी मेरा सलाम."- रामसागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

JDU ने की केंद्र सरकार से ये मांग: वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि "कोर्ट के फैसले पर कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं लेकिन सरकार से हमारी उम्मीद जरूर है. संविधान के अनुच्छेद 371 A से लेकर Z तक जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र को विशेष श्रेणी का दर्जा दिया गया है. इस पर भी केंद्र सरकार को अपना नजरिया स्पष्ट करना चाहिए."

'फैसले का स्वागत'- आलोक मेहता: राजद कोटे के मंत्री आलोक मेहता ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है और उस निर्णय को हम सभी मानते हैं. आपको बता दे कि इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल हो या कांग्रेस हो या विपक्षी दल के कोई और अन्य नेता हों उन्होंने लगातार जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने का विरोध किया था. अब जब सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का निर्णय सुनाया है तो सभी पार्टी के नेता लगभग सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हैं नजर आ रहे हैं.

"हम कोर्ट का सम्मान करता है. सुप्रीम कोर्ट अंतिम कोर्ट है इसलिए उसकी टिप्पणी और फैसले को सबको मानना है."- आलोक मेहता,राजद कोटे के मंत्री, बिहार सरकार

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा: सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू कश्मीर ने धारा 370 हटाने को ठीक माना है और जम्मू कश्मीर में 20 सितंबर तक चुनाव भी करवाने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ कह दिया कि केंद्र सरकार ने जो जम्मू कश्मीर को लेकर निर्णय लिया है उस पर कोर्ट कुछ भी नहीं कर सकता है. यानी केंद्र सरकार के निर्णय को कहीं भी चैलेंज नहीं किया जा सकता है. इसको लेकर अब पूरे देश में सियासत भी शुरू हो गई है, जो पार्टी लगातार जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने का विरोध कर रहे थे अब वह भी समर्थन में दिख रहे हैं.

पढ़ें- अनुच्छेद 370 के फैसले पर प्रतिक्रिया: करण सिंह बोले- मैं इसका स्वागत करता हूं

आर्टिकल 370 पर SC के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

पटना: जम्मू- कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद से लगातार विपक्ष आक्रामक थी. मामला सुप्रीम कोर्ट में गया. लंबी सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने धारा 370 पर फैसला सुना दिया है और सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के फैसले पर मोहर लगा दी है. इसका भाजपा ने फैसले का स्वागत किया है.

'आतंकवाद और अलगाववाद की टूटेगी कमर'- BJP: पार्टी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा है कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के फैसले पर मोहर लगा दी है. धारा 370 और 35A के चलते भारत की एकता और अखंडता खतरे में थी लेकिन सरकार ने सही समय पर फैसला लिया और सुप्रीम कोर्ट ने भी मोहर लगा दी. अब आतंकवाद और अलगाववाद की कमर टूट जाएगी.

"आज के फैसले से भारत की और जम्मू-कश्मीर की जनता काफी खुश होगी. इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर जश्न का माहौल है. इसके लिए ज्यूडिशयरी को सलाम है. साथ ही जम्मू-कश्मीर की जनता को भी मेरा सलाम."- रामसागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

JDU ने की केंद्र सरकार से ये मांग: वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि "कोर्ट के फैसले पर कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं लेकिन सरकार से हमारी उम्मीद जरूर है. संविधान के अनुच्छेद 371 A से लेकर Z तक जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र को विशेष श्रेणी का दर्जा दिया गया है. इस पर भी केंद्र सरकार को अपना नजरिया स्पष्ट करना चाहिए."

'फैसले का स्वागत'- आलोक मेहता: राजद कोटे के मंत्री आलोक मेहता ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है और उस निर्णय को हम सभी मानते हैं. आपको बता दे कि इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल हो या कांग्रेस हो या विपक्षी दल के कोई और अन्य नेता हों उन्होंने लगातार जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने का विरोध किया था. अब जब सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का निर्णय सुनाया है तो सभी पार्टी के नेता लगभग सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हैं नजर आ रहे हैं.

"हम कोर्ट का सम्मान करता है. सुप्रीम कोर्ट अंतिम कोर्ट है इसलिए उसकी टिप्पणी और फैसले को सबको मानना है."- आलोक मेहता,राजद कोटे के मंत्री, बिहार सरकार

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा: सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू कश्मीर ने धारा 370 हटाने को ठीक माना है और जम्मू कश्मीर में 20 सितंबर तक चुनाव भी करवाने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ कह दिया कि केंद्र सरकार ने जो जम्मू कश्मीर को लेकर निर्णय लिया है उस पर कोर्ट कुछ भी नहीं कर सकता है. यानी केंद्र सरकार के निर्णय को कहीं भी चैलेंज नहीं किया जा सकता है. इसको लेकर अब पूरे देश में सियासत भी शुरू हो गई है, जो पार्टी लगातार जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने का विरोध कर रहे थे अब वह भी समर्थन में दिख रहे हैं.

पढ़ें- अनुच्छेद 370 के फैसले पर प्रतिक्रिया: करण सिंह बोले- मैं इसका स्वागत करता हूं

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