पटना: नए साल के आगमन पर सभी कुछ न कुछ संकल्प जरूर लेते हैं. उसी तरह बिहार की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी आरजेडी ने भी संकल्प दिवस मना अपने कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई. पटना स्थित आरजेडी कार्यालय में दर्जनों पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता ने शपथ और संकल्प करवाया कि जो भी गांधी की विचारधारा तोड़ने की कोशिश करेगा. उसके खिलाफ पार्टी खड़ी होगी.
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की उपस्थिति में आलोक मेहता ने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाते हुए कहा कि वर्ष 2019 देश के लिए सबसे खराब रहा और जिस तरह से देश में सांप्रदायिक ताकत मजबूत हुई और समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है निश्चित तौर पर राष्ट्रीय जनता दल इसका मुंहतोड़ जवाब देगा. इसी का संकल्प आज हम लोग लेते हैं. उन्होंने कहा कि गांधी की विचारधारा को तोड़ने की कोशिश देश में की जा रही है. निश्चित तौर पर इसके खिलाफ नए साल में पूरे साल राष्ट्रीय जनता दल संघर्ष करेगा. हम कहीं से भी देश की एकता और अखंडता को नहीं टूटने देंगे.
'कार्यकर्ताओं को करेंगे एकजुट'
साथ ही राजद के कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलवाया गया कि 'आगामी विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ता एकजुट होकर उन सांप्रदायिक ताकतों से संघर्ष करेंगे, जो देश को तोड़ना चाहती हैं. निश्चित तौर पर इसको करने में हम सफल रहेंगे. इसके लिए जरूरी है कि बिहार में पार्टी एकजुट रहे. महागठबंधन एकजुट रहे. निश्चित तौर पर कार्यकर्ताओं को एकजुटता के लिए भी संकल्प दिलवाया गयी.' साथ ही पार्टी का एजेंडा इस साल यही रहेगा कि अगले मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बने. इसको लेकर राजद संघर्ष को तेज करेगा. सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने के लिए पूरे साल मुहिम चलती रहेगी.