पटना: बिहार में बाढ़ से हुए बुरे हालात के बीच नेता विपक्ष लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोल रही है. इसी क्रम में जलसंसाधन मंत्री संजय झा ने बाढ़ ग्रस्त इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया. जिसके बाद उन्होंने प्रदेश में स्थिति सामान्य होने का दावा किया था.
मंत्री के इस दावे के बाद राजद नेता शिवचंद्र राम ने जल संसाधन मंत्री से सावलिया लहजे में पूछा कि बिहार सरकार ने राहत बचाव के लिए कितने का बजट बनाया है. बाढ़ पीड़ितों के लिए जमीनी स्तर पर क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
'लोगों को जीवन अस्त-व्यस्त हवा में सरकार'
राजद नेता शिवचंद्र राम जलसंसाधन मंत्री संजय झा के हवाई सर्वेक्षण पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार के जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है. बाढ़ से बिहार के 15 जिले प्रभावित हैं. लोगों को जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. नीतीश सरकार जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए केवल नाम मात्र का हवाई दौरा कर रही है. जमीनी स्तर पर बाढ़ पीड़ितों को लिए कोई काम नहीं किया जा रहा है.
'टीन का चश्मा लगाए हुए हैं मंत्री'
शिवचंद्र राम ने जलसंसाधन मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि बाढ़ के कारण प्रदेश में कई लोगों की डूबने से मौत भी हो चुकी है. लोगों को भोजन नहीं मिल पा रहा है. मवेशियों को चारा नहीं मिल रहा है. बिहारवासी एकतरफ कोरोना तो दूसरी तरफ बाढ़ की दोहरी मार झेलने को विवश है. प्रदेश में कहीं भी स्वास्थ्य की व्यवस्था ठीक नहीं है. इसके बावजूद मंत्री दावा कर रहे हैं कि 'कुछ नहीं हुआ है, सबकुछ सामान्य है. उन्होंने संजय झा पर तंज कसते हुए कहा कि टीन के चश्में पहनकर हवाई दौरा करने से जमीनी हकीकत मंत्री को नहीं दिख रहा है'.
राजद नेता यहीं नहीं रूके उन्होंने बिहार सरकार से भी कई तीखे सवाल पूछे, उन्होंने कहा कि बांध पर सरकार की क्या बजट है. बाढ़ को लेकर नीतीश सरकार ने कितनी राशि को खर्च किया है. जनता को राहत का लाभ क्यों नहीं मिल पा रहा है. राजद नेता ने इन सभी सवाल का सत्ता पक्ष से सामने आकर जवाब देने की मांग की.
'अपने कार्यकाल का हिसाब दे जदयू'
शिवचंद्र राम ने कहा कि सत्ता पक्ष अपनी नाकामी को छुपाने के लिए केवल राजद शासन काल का बखान कर रही है. सीएम नीतीश को अपने 15 साल के शासन काल के बारे में भी जनता को जानकारी देनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि 15 साल के शासन काल में नीतीश कुमार ने जनता के लिए कुछ नहीं किया है. वे केवल नाटक और नौटंकी कर करके जनता को मूर्ख बनाते आ रहे हैं.