पटना: राजधानी पटना में ठंड के दस्तक देते ही छोटे-छोटे बच्चे निमोनिया का शिकार (Children With Pneumonia) हो रहे हैं. ठंड के बढ़ने के साथ ही बच्चों में निमोनिया का खतरा (Risk Of Pneumonia In Children) बढ़ता जा रहा है. जिसका ताजा उदाहरण सूबे के सबसे बड़ा दूसरा अस्पताल नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Nalanda Medical College Hospital) में देखने को मिला है. जहां शिशु विभाग में निमोनिया से ग्रसित बच्चों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है.
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अस्पताल में कई बच्चों का इलाज चल रहा है. वहीं कई बच्चे की स्तिथि गम्भीर है लेकिन सही सुझाव और अच्छे इलाज की वजह से गम्भीर बच्चे नॉर्मल हो रहे हैं. अस्पताल के अधीक्षक और शिशु विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि ठंड में बच्चों को गर्म कपड़े से ढक कर रखे, मां को पोष्टिक आहार और दूध दें, गर्म पानी का प्रयोग करें, अगर बाहर का दूध देते हैं तो बोतल में न देकर गिलास में दें.
इसके साथ ही डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मच्छरदानी का हमेशा प्रयोग करें, बच्चों को गिले में न छोड़ें. तभी बच्चों को निमोनिया जैसी घातक बीमारी से बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में वर्तमान में पांच से छह बच्चे भर्ती हैं. जिनका इलाज किया जा रहा है. शिशु विभाग में अभी भी काफी संख्या में बेड खाली है. जो बीमार बच्चे आएंगे, उनका समुचित इलाज किया जाएगा.
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