पटनाः पुनपुन स्थित बिहार राज्य खाद्य निगम (Bihar State Food Corporation) के गोदाम में 300 चावल की बोरियां सड़ गईं हैं. एक तरफ गरीबों को दो वक्त का भोजन नसीब नहीं हो पा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी गोदाम में रखा गरीबों को मिलने वाला आनाज सड़कर बर्बाद हो रहे हैं. हालांकि इस मामले में एसडीओ ने साफ कह दिया कि कहीं कोई अनाज बर्बाद नहीं हो रहा है.
दरअसल मामला पिछले साल का है, जब एक ट्रक चावल गोदाम में भंडारण के लिए आया था. जिस चावल की गुणवत्ता बेहद खराब थी, ऐसे में पीडीएस दुकानदारों ने चावल उठाव करने से मना कर दिया था. उसके बाद तत्कालीन आपूर्ति पदाधिकारी(Supply officer) ने क्वालिटी कंट्रोल की जांच कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंपने की बात कही थी.
300 क्विंटल चावल गोदाम में बर्बाद
बता दें कि अब तक इस मामले में कोई जांच रिपोर्ट नहीं आई और लाखों रुपये का गरीबों का निवाला गोदाम में ही पड़े-पड़े बर्बाद हो गया. जो अब किसी काम का नहीं रह गया है.
अब इसे विभागीय उदासीनता कहें या अधिकारियों की लापरवाही जहां गरीबों में बंटने वाली 300 क्विंटल चावल की बोरियां इस गोदाम में सड़ कर बर्बाद हो चुकी हैं. लेकिन इस ओर प्रशासन के किसी नुमाइंदे का ध्यान नहीं है.
'खराब नहीं हुआ है चावल'
अब सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर इसका जवाब कौन देगा. किसकी है लापरवाही. इस मामले में वर्तमान एसडीओ अनिल कुमार सिन्हा ने माममे को टालमटोल करते हुए कहा कि चावल की जांच कर रहे हैं. चावल खराब नहीं हुआ है पर कुछ चावल का रंग बदल चुका है. लेकिन तस्वीर को देखकर साफ पता चल रहा है कि चावल किस हद तक खराब हो चुका है.
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