पटना: स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही सरकारी अस्पतालों में सुधार किया जाएगा. वहीं, उन्होंने सरकारी अस्पतालों में रिक्त पदों पर बहाली की भी बात कही है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स, एएनएम और सभी तरह के स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली होगी.
संजय कुमार ने कहा कि अगले एक सप्ताह में सूबे के सरकारी अस्पतालों में साढ़े 6 हजार एएनएम की बहाली कर ली जाएगी. साथ ही साढ़े 6 हजार डॉक्टर्स के साथ-साथ नर्स और बड़े पैमाने पर टेक्नीशियन और कई तरह के पैरामेडिकल स्टाफ की भी नियुक्ति होगी. इसके लिए बिहार टेक्निकल कमीशन को अधियाचना भेज दी गई है.
प्रधान सचिव ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स के साथ-साथ सभी तरह के स्वास्थ्य कर्मी के पद रिक्त है. इन्हें अगले 5 से 6 महीने में काफी हद तक भर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है और जल्द ही साढ़े 9 सौ सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति हो जाएगी. इसके अलावा उन्होंने बताया कि 10 हजार उपस्वास्थ्य केंद्रों को भी सुदृढ़ करते हुए, सभी सुविधाओं से लैस किया जाएगा.
'दोबारा पैर ना पसारे चमकी'
प्रधान सचिव ने कहा कि चमकी और अन्य बड़ी बीमारी दोबारा बिहार में पैर न पसारे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग हर तरह के प्रयोग कर रहा है. स्वास्थ्य सुविधाओं को भी ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जा रहा है. आगामी दिनों में स्वास्थ्य विभाग एक बदला हुआ और सुदृढ़ विभाग दिखेगा.
सुप्रीम कोर्ट में दिया हलफनामा
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट पहुंचे बच्चों की मौत के मामले में बिहार सरकार ने अफसोस जताते हुए हलफनामा दाखिल किया है. सरकार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी स्तर पर 50 प्रतिशत पद रिक्त हैं. वहीं, दाखिल हलफनामे में सूबे में 47 प्रतिशत डॉक्टर्स और 71 प्रतिशत नर्सों के पद खाली होने का जिक्र भी किया गया है. इसमें कहा गया है कि पूरे मामले में सीएम नीतीश कुमार नजर बनाए हुए हैं. इसके बाद से पदों को भरने की कवायद तेज हो गई है.