पटना: विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी को बिहार बीजेपी का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद राजनीतिक सरगर्मी तो गर्म है ही, राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल ने बीजेपी के ऊपर तंज कसा है. राष्ट्रीय जनता दल का कहना है कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को यह लगता है कि बिहार बीजेपी में समर्पित और पुराने नेतृत्व में काबिलियत नहीं है.
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'बीजेपी की बौखलाहट दिख रही है' : पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिह यादव ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि इतना ही नहीं बीजेपी ने उपेन्द्र कुशवाहा को एनडीए में लाकर के उपेन्द्र कुशवाहा के राजनीतिक सफ़र पर करारा तमाचा व विराम लगाया है. दरअसल महा गठबंधन में लवकुश की एकता से भाजपा में हुई बौखलाहट का प्रकटीकरण हुआ है और बिहार भाजपा के संगठन नेतृत्व में बदलाव किया गया है.
'आरजेडी अखाड़े के सफल पहलवानों पर बीजेपी लगा रही दांव': आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने यह भी कहा कि तभी तो आयातित व राज़द अखाड़े के असफल पहलवान को बिहार भाजपा की कमान सौंपी गई. लब्बोलुआब यह है कि भाजपा में आयातित नेताओं की ही पौ बारह है. बिहार भाजपा के अंदर कोहराम की स्थिति है. चंद दिनों में ही बिहार भाजपा में दरार के संकेत मिलने लगेंगे. इसके पहले वाले भी राजद के अखाड़े से ही आयात कर भाजपा ने संगठन का नेतृत्व सौंपा था, आज फिर वही दोहराया गया. महा गठबंधन में लवकुश की एकता से भाजपा में घबराहट बढ़ गई थी.
''बीजेपी आयातित और आरजेडी के अखाड़े के सफल पहलवानों पर दांव लगाती है. इसके पहले भी राजद के अखाड़े से आयात कर बीजेपी ने प्रदेश में अपने संगठन का नेतृत्व सौंपा था''- शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता, आरजेडी
सम्राट चौधरी ही उपयुक्त क्यों? : बता दें कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार समेत कई अन्य राज्यों में गुरुवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों के नाम की घोषणा किया था. सम्राट चौधरी की गिनती बीजेपी के तेज तर्रार नेताओं में की जाती है. सम्राट चौधरी पूर्व में बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी और मां पार्वती देवी भी विधानसभा और लोकसभा के सदस्य रह चुकी हैं.