पटना: जदयू और लोजपा के बीच तल्खी कम होती नजर नहीं आ रही है. विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से लोजपा ने जदयू के सभी उम्मीदवार के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारे थे. उससे जदयू को बड़ा नुकसान हुआ है. अब जदयू किसी भी कीमत पर लोजपा को एनडीए में नहीं देखना चाहता है. केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में भी जदयू, लोजपा को शामिल किए जाने के खिलाफ है.
इसी को लेकर लोजपा की तरफ से एक पत्र भी जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी को लिखा गया है. जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की करारी हार के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया गया है. इस पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने तंज कसते हुए कहा है चिराग पासवान ने गठबंधन के सीने में जो खंजर घोंपा है, उसका प्रायश्चित करेंगे क्या?
राजीव रंजन का चिराग पासवान पर साधा निशाना
केसी त्यागी को लिखे गए पत्र के जवाब में जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा 'क्या चिराग पासवान अपने पाप का प्रायश्चित कर सकते हैं, जो उन्होंने गठबंधन धर्म का अपमान करके किया है. राजद की मदद करने के लिये उन्होंने अपने उम्मीदवार जनता दल यूनाइटेड और एनडीए के खिलाफ खड़े किए. अब अगर वह बहाने ढूंढ रहे हैं. यदी जदयू ज्यादा सीटों पर लड़ी तो इससे उन्हें क्या परेशानी हो सकती है. हमारी पार्टी को कितनी सीटों पर लड़नी है यह फैसला हमें करना है. इस मामले में उनकी सलाह की कोई जरूरत नहीं है. असल में वे एनडीए में वापसी के लिए बहाने ढूंढ रहे हैं. पत्र जारी कर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं, लेकिन जितना बड़ा पाप बिहार की सियासत में किया है उसका नुकसान उनको और उनकी पार्टी को ही उठाना पड़ेगा.'
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लोजपा नेता के पत्र पर आरोप-प्रत्यारोप
असल में लोजपा संसदीय दल के अध्यक्ष राजू तिवारी ने केसी त्यागी को पत्र लिखकर नीतीश कुमार के अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की जिद के कारण ही एनडीए को नुकसान उठाने की बात कही है. राजू तिवारी ने यह भी कहा है कि नीतीश कुमार बड़े भाई बनकर राज करना चाहते थे और उनके लालच और हंकार के कारण मांझी और सहनी को भी नुकसान उठाना पड़ा है.