पटनाः बिहार में इस साल कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल अस्तित्व में आएंगे. इनमें से कुछ मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट्स हैं. इनमें से एक है राजगीर जू सफारी. जिसका अभी निर्माण कार्य चल रहा है. पर्यटकों के लिए इसे इसी साल से शुरू कर दिया जाएगा.
एडवेंचर स्पोर्ट्स की व्यवस्था
वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए बताया कि राजगीर में जू सफारी की शुरुआत इसी साल होगी. उन्होंने कहा कि अगस्त महीने में राजगीर के जू सफारी का उद्घाटन होगा. इसके साथ ही जू सफारी के पास ही नेचर सफारी बनाया जाएगा. जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा. यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स की व्यवस्था भी होगी.
केज लगी हुई जीप में घूमेंगे पर्यटक
दीपक कुमार सिंह ने बताया कि यहां आने वाले लोगों को जंगल में घूमने के लिए केज लगी हुई जीप दी जाएगी. जिसमें वह खुद सुरक्षित रहेंगे और खुले में जानवरों को खेलते और शिकार करते भी देख पाएंगे.
सैलानियों के लिए तैयार किया जा रहा पैकेज
बिहार के पर्यटन स्थलों में से एक कैमूर का करकट गढ़ जलप्रपात भी सैलानियों की पहली पसंद बन रहा है. इसे लेकर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि कैमूरगढ़ और रोहतासगढ़ को मिलाकर एक पैकेज तैयार किया जा रहा है.
बनाया जाएगा पांच एनिमल एंक्लोजर
राजगीर जू सफारी कुल 191 हेक्टेयर का होगा. इसमें से 125 हेक्टेयर जमीन पर जंगली जानवरों के खुले में रहने के लिए पांच एनिमल एंक्लोजर बनाया जाएगा. वहीं, 67 हेक्टेयर में जानवरों का अस्पताल, विजिटर्स के लिए कैफिटेरिया, बटरफ्लाई पार्क, पार्किंग और अन्य सुविधाएं होंगी.
जानवरों के एक्सचेंज की प्रक्रिया
जानकारी के मुताबिक राजगीर सफारी के लिए विभिन्न राज्यों से जानवरों के एक्सचेंज की प्रक्रिया चल रही है. कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर और गुजरात के गिर नेशनल पार्क से बाघ, शेर, हिरण, तेंदुआ और भालू लाए जाएंगे.
बनाया जा रहा बटरफ्लाई पार्क
दरअसल यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है. करीब 95 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर जनवरी 2017 से काम चल रहा है. जंगल सफारी में भालू, शेर और बाघ, तेंदुआ और हिरण जैसे जानवर अपने नेचुरल हैबिटेट में नजर आएंगे. इसमें एक बटरफ्लाई पार्क भी बनाया जा रहा है.