पटनाः बिहार सहित देशभर में सॉल्वर गैंग रैकेट (Solver Gang Racket) का पर्दाफाश करने में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम जुटी हुई है. वाराणसी (Varanasi) में एक सेंटर से गैंग के एजेंट के तौर पर दूसरे के बदले नीट की परीक्षा दे रही पटना की जुली और उसकी मां की गिरफ्तारी के बाद सरगना पीके की तलाश काफी तेज हो गई है.
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बिहार के कई जिलों में सॉल्वर गैंग की बिछी जाल की सुराग मिलने के बाद मामले का पर्दाफाश करने में क्राइम ब्रांच की टीम जुटी हुई है. इस कड़ी में उत्तर प्रदेश के क्राइम ब्रांच की टीम ने सरगना को पकड़ने और पूरे मामले का भंडाफोड़ करने के लिए पटना और पाटलिपुत्र इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की है.
छापेमारी के क्रम में पटना के मुसल्लहपुर हाट से एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिया गया शख्स प्रिंटिंग प्रेस चलाता है. उससे बिहार और यूपी पुलिस पूछताछ कर रही है. हालांकि, इस पूरे मामले पर अधिकारी कुछ भी बोलने के तैयार नहीं हैं.
ईटीवी भारत के विशेष पलिस सूत्रों ने बताया कि NEET सॉल्वर गैंग की तह तक जाकर पुलिस जांच कर रही है. खबर है कि सॉल्वर गैंग का सरगना पीके पाटलिपुत्र के इलाके में रहता है. बता दें कि बीते दो दिनों से सरगना के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
सॉल्वर गैंग के एजेंट के रूप में काम कर रही पटना की जुली ने वाराणसी पुलिस को सारी जानकारी दी है. जुली ने ही गैंग के सरगना का नाम पीके बताया है. इधर, पटना पुलिस वाराणसी पुलिस से इनपुट का इंतजार कर रही है. सॉल्वर गैंग के बारे में ईटीवी भारत ने जो जानकारियां जुटाई है, वो चौंकाने वाले हैं. देशभर में सॉल्वर गैंग का एक बहुत बड़ा रैकेट चलता है.
रैकेट को चलाने वाले सरगना तेज-तर्रार युवकों पर काफी पहले से नजर रखते हैं. जब उन्हें लगता है कि अब उनका इस्तेमाल किया जाना चाहिए तो सबसे पहले उन्हें पैसों का लोभ देकर काम करने के लिए कहते हैं. जब वे आसानी से नहीं मानते हैं तो अन्य हथकंडा भी अपनाते हैं.
दरअसल, यह मामला तब गरमाया जब यूपी के वाराणसी जिले के सारनाथ के सेंट फ्रांसिस जेवियर स्कूल परीक्षा केन्द्र से क्राइम ब्रांच ने डेंटल मेडिकल प्रतियोगिता परीक्षा में अव्वल स्थान हासिल किए जुली और सेंटर के बाहर से उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया था. जुली त्रिपुरा की रहने वाली हिना विश्वास नाम की छात्रा के बदले नीट यूजी की परीक्षा देने के लिए बैठी थी. जुली की मां ने पांच लाख रुपये में यह सौदा सॉल्वर गैंग से तय किया था.
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आपको बताते चलें कि सॉल्वर गैंग की नजर जुली पर उस वक्त से थी, जब उसने मेडिकल प्रतियोगिता परीक्षा में टॉप किया था. इसके बाद से गैंग के सदस्य उससे संपर्क साधने लगे थे बावजूद जुली उनके झांसे में नहीं आई थी. लेकिन गैंग ने इसके बाद जुली की मां का सहारा लिया और फिर पैसे के लोभ में आकर वह दूसरों की परीक्षाओं में बैठने लगी.
जुली पटना के बहादुरपुर की रहने वाली है. वह फिलहाल बीएचयू में रहकर डेंटिस्ट की पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान नीट यूजीसी में दूसरे की जगह परीक्षा देने के क्रम में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. जुली से की गई पूछताछ के आधार पर अन्य सॉल्वरों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
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