नई दिल्ली/पटना: देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) बिहार के बिहार के विधायको, सांसदों, राज्य सभा सदस्यों सहित 36 नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. इस मीटिंग में बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) में बड़े बदलाव को लेकर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है.
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वन टू वन' नेताओं के साथ करेंगे बात
जानकारी के अनुसार राहुल गांधी 'वन टू वन' नेताओं के साथ बात करेंगे और जानेंगे कि बिहार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए किस तरह के बदलाव की जरूरत है. हालांकि बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा के मुताबिक 'राहुल गांधी की बैठक में क्या एजेंडा होगा ये तय नहीं है.' इससे पहले उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर कहा था कि कांग्रेस की परंपरा रही है कि जीते हुए विधायक राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलते थे. लेकिन कोविड-19 में नहीं मिल पाए थे. इस बार हम लोग जा रहे हैं, और कोई बात नहीं है.
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पार्टी की एकजुटता का दावा
विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी (Congress MLA Munna Tiwari) और विश्वनाथ राम (Congress MLA Vishwanath Ram) मंगलवार को ही ट्रेन से रवाना हो गए हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए राजपुर विधायक विश्वनाथ राम ने पार्टी की एकजुटता का दावा किया है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में जारी उथल-पुथल से ध्यान भटकाने के लिए ऐसी अफवाह उड़ाई जाती है.
विधायकों के पार्टी बदलने की चर्चा
दरअसल चर्चा है कि जेडीयू (JDU) की ओर से कांग्रेस के 19 विधायकों में बड़ी टूट की रणनीति तैयारी की जा रही है. कांग्रेस के कई विधायकों की नीतीश कुमार से नजदीकी की चर्चा है. बक्सर के विधायक मुन्ना तिवारी की अशोक चौधरी से नजदीकियां जगजाहिर है. वहीं, मनिहारी के विधायक मनोहर प्रसाद सिंह की भी नीतीश कुमार से नजदीकी रही है. हालांकि कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी इसका खंडन किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में टूट की झूठी खबर फैलाई गई.
भक्त चरण दास ने दिए थे बदलाव के संकेत
बता दें कि हाल ही में बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने प्रदेश कांग्रेस में बदलाव के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था कि संगठन को मजबूत करने के लिए जल्द ही बड़े स्तर पर फेरबदल किए जाएंगे. बिहार कांग्रेस की कमेटियों का गठन नहीं हुआ है. ऐसे में जल्द ही इसका गठन किया जाएगा. प्रदेश के सीनियर नेताओं की कांग्रेस आलाकमान के साथ दिल्ली में जल्द बैठक हो रही है. इस बैठक में इस बात पर मंथन होने की संभावना है कि कांग्रेस के संगठन को बिहार में धारदार कैसे बनाया जाए? कांग्रेस को शक्तिशाली कैसे बनाया जाए?