पटना: बिहार में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस से होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गायब चल रहे हैं. किसी को नहीं पता कि वो कहां हैं. ऐसे में विपक्ष पर सवाल उठने लगे हैं कि विपक्ष अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहा है.
तेजस्वी यादव को लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि 'मुझे नहीं पता कि वह कहां है, शायद वह वर्ल्ड कप देखने गए हैं, हालांकि यह मैं पुख्ते तौर पर नहीं कह सकता.' आरजेडी नेता ने कहा कि यह मेरा अनुमान है कि वर्ल्ड कप चल रहा है तो हो सकता है कि वह मैच देखने गए हों.'
चमकी ने ली 8 और बच्चों की जान, आंकड़ा पहुंचा 168
मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में चमकी बुखार से 19 वें दिन बुधवार की सुबह से देर रात तक नौ बच्चों की जान चली गई. अब तक 168 बच्चों की मौत हो गई है. वहीं, सरकारी आंकड़े के अनुसार 437 बच्चे भर्ती हुए हैं. जिनमें 106 की मृत्यु हुई है. इस बीमारी से पीड़ित 39 नए मरीजों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है.
भूखे पेट लीची खाने की वजह से बच्चों की मौत
वहीं, इस बीमारी को लेकर केन्द्रीय मंत्री समेत राज्य सरकार के मंत्रियों के अलग-अलग बेतुके बयान सामने आ रहे हैं. किसी ने इसे नियति, तो किसी ने इसके लिए लीची को जिम्मेदार ठहरा दिया. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मानना है कि भूखे पेट लीची खाने की वजह से बच्चों की मौत हो रही है. उन्होंने कहा था कि, 'इन मौतों के पीछे कई कारण है. लेकिन एक कारण यह भी है कि बच्चे भूखे पेट लीची खा लेते हैं इस वजह से उन्हें इन्सेफ्लाइटिस हो रहा है. लीची में जो बीज होता है वह शुगर को कम करता है. हालांकि इस पर रिसर्च जारी है.
'विवादित बोल- '4G' से हुई बच्चों की मौत
मुजफ्फरपुर में मौतों के बारे में सांसद अजय निषाद ने कहा, 'इस बार ज्यादा मामले आ रहे हैं, इसकी वजह गर्मी भी है. गर्मी बहुत ज्यादा हो रही है, उसका रोकथाम करने के लिए पेड़-पौधे लगाना चाहिए. बीमारी की असली वजह 4 जी है. ये है गर्मी, गांव, गरीबी और गंदगी. ज्यादातर मरीज गरीब तबके से हैं और उनके रहन-सहन के स्तर में गिरावट है. उसे सुधारने की जरूरत है.'