पटना: गुरुवार को राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर लाठी चार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसकी गूंज बिहार विधान परिषद तक पहुंच चुकी है. पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने सीएम पर शिक्षकों के दमन करने की बात कही है.
गर्दनीबाग में हुए लाठीचार्ज पर राबड़ी देवी ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. पूर्व सीएम ने लाठीचार्ज को लेकर सीधा हमला करते हुए कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों और शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई करने में जुटी है.
शिक्षकों पर हुआ जुल्म
शिक्षक अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन सरकार के आदेश पर पुलिस ने क्या किया ? पानी की बौछार, लाठी चार्ज से लेकर शिक्षकों को गर्म दूध में डालकर शरीर को जलाया गया. पूर्व सीएम ने सूबे की नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, '2005 से ही यह सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों पर लाठी-गोली चलवा रही है.'
शिक्षकों की मांग का किया समर्थन
पुलिस के आरोप पर राबड़ी देवी ने कहा कि लाठी चार्ज के दौरान गिरने से पैर में चोट लगी होगी. लाठी चार्ज के बारे में शिक्षा मंत्री को जानकारी नहीं होने पर भी जमकर बरसी. यह सरकार राज्य के शिक्षकों को सम्मान नहीं दे रही. उनकी मांगों पर सरकार को विचार करना चाहिए. साथ ही उन्होंने शिक्षकों की मांग का समर्थन किया.
राज्य में बढ़ी आपराधिक घटनाएं
वहीं, कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि शिक्षकों पर हुए बर्बरतापूर्ण हमले में एक शिक्षक की मौत की सूचना है. सीएम कांग्रेस के आपातकाल के दिन को गिना कर अपनी नाकामयाबी को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं. शिक्षकों पर लाठी चार्ज पूरी तरह से पुलिस मैनुअल का उल्लंघन है. राज्य में आपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है. इस दौरान उन्होंने छपरा में मॉब लिंचिंग और नवादा में अपहरण की घटना का भी उल्लेख किया.
'कुंभकर्णी नींद में सो रही सरकार'
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि शिक्षकों पर हमला काला दिवस है. शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई किसी भी मायने में सही नहीं है. कुंभकर्णी सरकार को नींद से जगाने के लिए विपक्ष लगातार काम कर रहा है. गौरतलब है कि गुरुवार को समान वेतन की मांग को लेकर सभी नियोजित शिक्षक गर्दनीबाग में प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने शिक्षकों पर वाटर केनन और लाठीचार्ज किया था.