पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होंगे होने हैं. लेकिन चुनाव की तैयारी अब दिखने लगी है. बिहार में इन दिनों एक नाम चर्चा में है, पुष्पम प्रिया चौधरी. पुष्पम प्रिया चौधरी ने पटना नगर निगम के पूर्व कमिश्नर अनुपम सुमन के नाम एक पत्र लिखा है.
पत्र में उन्होंने अनुपम सुमन के कमीश्नर और आईआरएस के पद से इस्तीफा देने के फैसले को उन्होंने सही नहीं ठहराया है. साथ ही नीतीश सरकार की जमकर आलोचना भी की है. पत्र में प्रिया ने लिखा है कि वे सुमन को लंदन में पढ़ाई के वक्त से जानती हैं.
'समर्थन और मदद के लिए शुक्रिया'
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी पोस्ट की है, जिसमें कई बातों का खुलासा किया है. पुष्पम प्रिया चौधरी ने ये चिट्ठी पटना म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के पूर्व कमिश्नर अनुपम सुमन के नाम लिखा. इस चिट्टी में पुष्पम ने अनुपम को उन्हें राजनीति में आने के फैसले का समर्थन करने और मदद के लिए शुक्रिया कहा है.
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"An open letter to a reluctant friend". Bihar needs to break the silence, to break free! An appeal not only to one but all! pic.twitter.com/P6WQsJRSMT
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampriyac) March 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampriyac) March 14, 2020
'सुमन का कमीश्नर पद से इस्तीफा देने का फैसला गलत'
पुष्पम प्रिया ने पत्र में लिखा, वो सुमन को लंदन में पढ़ाई के वक्त से जानती हैं. बिहार में आई बाढ़ के बाद हुए जलजमाव के लिए नीतीश सरकार उनसे नाराज है और बात ये भी सामने आ रही है कि सरकार उन पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. सुमन के कमीश्नर और आईआरएस के पद से इस्तीफा देने के फैसले को उन्होंने गलत बताया.
सुमन से राजनीति में आने की अपील
इस पत्र के जरिए पुष्पम प्रिया ने अनुपम से उनके साथ राजनीति में आने की अपील की. उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा करके भी भगवान की सेवा की जा सकती है. प्रिया ने उनसे अपने लिए खुला समर्थन मांगा.
नालंदा से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत
इसके बाद, शनिवार को पुष्पम प्रिया ने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से की. अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान पुष्पम प्रिया चौधरी कृषि उद्यमी सुमंत कुमार के घर पहुंचीं और उन्हें अपनी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. इसके बाद उन्होंने ट्टवीट कर लिखा, 'सुमंत जैसे कृषि उद्यमी बिहार के सुनहरे भविष्य की मिसाल बनेंगे. आपके साथ मिलकर हम बिहार की कृषि व्यवस्था का इतिहास और भूगोल बदलेंगे.'
पुष्पम की नई राजनीतिक पार्टी 'प्लूरल्स'
पुष्पम प्रिया चौधरी ने पिछले हफ्ते बिहार के सभी अखबारों में एक विज्ञापन देकर खुद की नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था और खुद सीएम बनने के इरादे जाहिर किए थे. उन्होंने 'प्लूरल्स' नाम के एक राजनीतिक दल के गठन का ऐलान किया और खुद को प्रदेश के मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया. इस बात की जानकारी पुष्पम प्रिया चौधरी ने खुद ट्विटर पर दी.
मेरा आशीर्वाद उसके साथ: पिता
पुष्पम प्रिया के पिता विनोद चौधरी ने कहा कि 'वो बालिग है और पढ़ी-लिखी भी है. ये उसका फैसला है. अगर वो पार्टी (जेडीयू) की टॉप लीडरशिप को चुनौती देगी तो जाहिर है कि पार्टी उसका समर्थन नहीं करेगी.'
कौन हैं ये पुष्पम प्रिया चौधरी?
पुष्पम के दादा जी का नाम उमाकांत चौधरी था. उमाकांत चौधरी समता पार्टी के नेता थे. पुष्पम के पिता का नाम विनोद चौधरी है. डॉ. विनोद चौधरी प्रोफेसर हैं. इसके साथ ही विनोद चौधरी जेडीयू के एमएलसी भी रह चुके हैं.
पुष्पम प्रिया का कैरियर
पुष्पम प्रिया चौधरी दरभंगा की रहने वाली हैं. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंसेज से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन किया है. आईडीएस, यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से प्रिया ने डेवलपमेंट स्टडीज में एमए भी किया है. उन्होंने अपनी एक पार्टी बनाई है, जिसका नाम उन्होंने 'प्लूरल्स' रखा है. उन्होंने खुद को पार्टी अध्यक्ष बताया है. पुष्पम प्रिया के ट्विटर एकाउंट पर भी उन्होंने यह जानकारी शेयर की है.
पुष्पम प्रिया चौधरी का लक्ष्य?
'बिहार को गति चाहिए, बिहार को पंख चाहिए, बिहार को बदलाव चाहिए. क्योंकि बिहार को बेहतर मिलना चाहिए और बेहतर संभव है. बेमतलब की पॉलिटिक्स छोड़ो, प्लूरल्स से जुड़ो ताकि 2020 में बिहार दौड़ सके, उड़ सके.'