पटना: बिहार विधानसभा के बजट के दूसरे दिन आज वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी राज्य का बजट (Bihar Budget 2023) पेश करेंगे. इस बार सरकार बजट के आकार में 10% से अधिक की बढ़ोतरी करने की तैयारी में है. पिछली बार बिहार का बजट 2 लाख 37000 करोड़ का था तो इस बार इस राशि को 2 लाख 60000 करोड़ से अधिक करने की तैयारी है. हालांकि बीजेपी प्रवक्ता रामसागर सिंह बजट को पहले से निराशाजनक बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश और तेजस्वी की सरकार ने पिछले 8 महीनों में हर मामले में लोगों को ठगा है. ऐसे में आज भी कोई उम्मीद पालना बेकार है.
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बिहार की कमाई बंद, कैसे होगा विकास: रामसागर सिंह ने कहा कि आर्थिक सर्वे जो दिखाया गया है, उसमें स्पष्ट है कि स्कूल घटे हैं और छात्र बढ़े हैं. अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी जारी है. छात्रों को कोचिंग का लाभ नहीं मिल रहा है. अब इसको लेकर यह लोग केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ते हैं लेकिन सच्चाई यही है कि बिहार सरकार की कमाई ही पूरी तरह से बंद हो गई है.
'पैसे के लिए बिहार केंद्र पर निर्भर': बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में तो बताया गया है कि लोगों की कमाई बढ़ी है लेकिन सच्चाई क्या है, ये सबको पता है. बिहार में बेरोजगारी कितनी है और किस तरह से जो पहले नौकरियां दी गई थी, उसे ही फिर से बुला कर नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है. स्पष्ट है कि बिहार का बजट पूरी तरह से कटोरा मॉडल होगा और केंद्र सरकार पर निर्भर होगा.
'कटोरा मॉडल बजट से कोई फायदा नहीं': "नीतीश और तेजस्वी सरकार के कटोरा मॉडल बजट से बिहार की जनता को कोई उम्मीद नहीं है. इनके बजट का आकार बड़ा हो सकता है और बोल बड़े हो सकते हैं लेकिन उस बजट को लागू करने के लिए पैसा चाहिए होगा. मात्र 41 हजार करोड़ ही सरकार टैक्स से कलेक्ट कर पाती है, बाकी के लिए केंद्र के सामने कटोरा लेकर खड़ा हो जाती है"- रामसागर सिंह, प्रवक्ता, बिहार बीजेपी