पटना: बिहार विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है. इस दौरान विभिन्न संघ द्वारा अपनी मांग को लेकर लगातार गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन भी किया जा रहा है. कई संघ ऐसे हैं जो विधानसभा घेराव करने का भी कार्यक्रम बनाए हुए हैं. बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघ द्वारा बुधवार से ही गर्दनीबाग धरना स्थल पर अपने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है.
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नियोजित शिक्षकों का धरना: नियोजित शिक्षक संघ ने गुरुवार को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम बनाया था लेकिन पुलिस ने उन्हें गर्दनीबाग धरना स्थल पर ही रोक लिया. उसके बाद नियोजित शिक्षक संघ के सदस्य वहीं पर धरना पर बैठ गए. नियोजित शिक्षक संघ के शिक्षकों का कहना है कि हम लोग नियोजित शिक्षक हैं और पूर्ण रूप से सरकारी कर्मचारी की दर्जा अभी तक हम लोगों को नहीं दिया गया है. वहीं बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघ के सचिव मार्केंडेय पाठक ने साफ-साफ कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन लागू करना होगा. साथ ही नियोजित शिक्षकों को वेतनमान देना होगा.
"समान काम के लिए समान वेतन होना चाहिए और नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए. जब तक सरकार नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं देगी, पुराना पेंशन लागू नहीं करेगी, साथ ही समान काम के लिए समान वेतन नहीं लागू करेगी, तब तक हम लोग ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे."- मार्केंडेय पाठक, सचिव, बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघ
सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप: प्रदर्शन कर रहे नियोजित शिक्षक बालेश्वर यादव का कहना है कि सरकार बार-बार आश्वासन दे रही है कि ऐसे शिक्षक जो एनआईओएस से प्रशिक्षित हैं, उन्हें प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में वेतनमान मिलेगा. लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है. जहां तहां एनआईओएस से उत्तीर्ण शिक्षक के वेतन में कटौती की जा रही है इसके खिलाफ भी हम लोग आज प्रदर्शन किए हैं. जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.
"समान काम के लिए समान वेतन हमें नहीं दिया जा रहा है. इन्हीं सब मांगों को लेकर हम लोग दो दिनों से गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे हैं."- बालेश्वर यादव, नियोजित शिक्षक