पटना: पीएमसीएच में स्थित जीएनएम नर्सिंग कॉलेज अस्पताल का पुनर्निर्माण कार्य होने वाला है. ऐसे में नर्सिंग की छात्रों को हॉस्टल खाली करने को कहा गया है. दरअसल कॉलेज को वैशाली जिला के राजापाकर में शिफ्ट किया जाना है. लेकिन नर्सिंग की छात्राओं ने वहां जाने से इंकार कर दिया है और वे मांग कर रही है कि पीएमसीएच के आसपास ही उनके रहने की व्यवस्था (Protest in PMCH Patna) की जाए. इधर, डीएमसीएच प्रबंधन की तरफ से छात्रों को हॉस्टल खाली करने के लिए दो दिन की मोहलत दी गई थी. जिसके विरोध में छात्राएं प्रदर्शन कर रही हैं.
यह भी पढ़ें: पटना PMCH में GNM नर्सिंग की छात्राओं का हंगामा, हाजीपुर शिफ्ट करने का विरोध
राजापाकर जाने को तैयार नहीं: प्रदर्शन कर रही छात्रों का कहना है कि हॉस्टल खाली करने के लिए 2 दिन पहले नोटिस दिया गया था. अब कॉलेज को वैशाली जिला के राजापाकर में शिफ्ट किया जा रहा है. जीएनएम कोर्स के लिए प्रैक्टिकल मेडिकल कॉलेज में ही संभव है. जबकि सदर अस्पताल में प्रैक्टिकल के लिए भेजने की बात कही जा रही है. जहां उन लोगों को सही प्रशिक्षण प्राप्त नहीं होगा. छात्राओं ने कहा कि उनके प्रदर्शन से डीएमसीएच प्रबंधन इस बात पर तैयार हुआ है कि राजापाकर से प्रतिदिन बस के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए उन्हें पीएमसीएच लाया जाएगा लेकिन यह व्यवहारिक नहीं लग रहा है. गांधी सेतु को पार करके प्रतिदिन 50 किलोमीटर अप डाउन करना संभव नहीं होगा.
हॉस्टल के बाहर फेंके गए सामान: छात्राओं ने कहा कि आज शुक्रवार को उनके हॉस्टल से सामान जबरन निकाल कर बाहर फेंके जा रहे हैं. लेकिन हमलोगों ने तय कर लिया है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, वे लोग धरने पर बैठी रहेंगी. उनका कहना है कि पीएमसीएच प्रशासन की ओर से प्रशासनिक कार्रवाई करने की धमकी दी जा रही है कि वह अगर धरना से नहीं उठी तो उन लोगों पर मामला दर्ज करा दिया जाएगा. छात्रों की मांग है कि पटना में पीएमसीएच के आसपास के 5 किलोमीटर के एरिया में उन लोगों के रहने की व्यवस्था की जाए.
पीएमसीएच कॉलेज में पढ़ने की मांग: उनका कहना है कि वे सभी स्टेट लेवल एग्जाम में मेरिट लाने के बाद उन्हें पीएमसीएच कॉलेज प्राप्त हुआ है. अब उन्हें राजापाकर भेजा जा रहा है और वह वहां खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही. सरकार की तरफ से भी अब तक कोई अधिकारी उन लोगों से मिलने नहीं आया है. इसको लेकर वे काफी परेशान है. उनका कहना है कि पीएमसीएच के पुनर्निर्माण से कोई आपत्ति नहीं है. वहीं इस पूरे मसले पर पीएमसीएच अस्पताल के वरिष्ठ पदाधिकारियों का कहना है कि सरकारी आदेश से ऐसा किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: PMCH में लाचार मरीज को नहीं मिला व्हीलचेयर, भटकते हुए गया घर, देखते रहे अधिकारी
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP