पटनाः बिहार में शिक्षक बहाली में डोमिसाइल को खत्म करने का विरोध जारी है. शिक्षक अभ्यर्थी के साथ साथ शिक्षक संघ भी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल खत्म करने का मामला शांत नहीं हो रहा है. मंगलवार को कैबिनेट में डोमिसाइल को खत्म किए जाने का निर्णय लिए जाने के बाद लगातार शिक्षक अभ्यर्थी इसका विरोध कर रहे हैं. शुक्रवार को भी शिक्षक अभ्यर्थियों प्रदर्शन किया.
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सीएम और शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकाः पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर अपना आक्रोश जताया. राज्य के पश्चिम चंपारण, अररिया, बाढ़, सुपौल और भोजपुर जैसे इलाकों में आक्रोशित अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. इन अभ्यर्थियों का कहना था कि राज्य सरकार डोमिसाइल को खत्म करके उनके साथ अन्याय कर रही है. इस दौरान कई जगहों पर अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका. प्रदर्शन में शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपने हाथों में तरह तरह के लिखे हुए नारों की तख्तियां को भी लिया हुआ था.
संघ ने सरकार को दी चेतावनीः बता दें कि गत मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की मीटिंग में शिक्षक नियमावली में संशोधन किया गया था और डोमिसाइल को खत्म कर दिया गया था. राज्य सरकार के इस निर्णय का जहां एक तरफ राज्य के तमाम विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ शिक्षक अभ्यर्थियों में भी इस निर्णय को लेकर आक्रोश है. मंगलवार से ही सरकार के इस निर्णय के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है. शिक्षक संघ ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार अपना निर्णय वापस नहीं लेती है उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
क्यों हो रहा विरोधः बता दें कि पहले शिक्षक भर्ती में बिहार का स्थायी निवासी होना अनिवार्य था, लेकिन डोमिसाइल खत्म होने के बाद से बिहार का स्थायी निवासी होने की अनिवार्यता को हटा दिया गया है. इसके बाद देश के किसी भी राज्य से अभ्यर्थी परीक्षा देकर बिहार में शिक्षक बन सकते हैं. इसी को लेकर बिहार के अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं. वहीं शिक्षा मंत्री का कहना है कि बिहार के अभ्यर्थियों में योग्यता नहीं है, जिसके बाद से शिक्षक संघ और अभ्यर्थियों में आक्रोश बढ़ गया है.