पटनाः बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद भी शराब व्यवसायी शराब का अवैध कारोबार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. अब बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने शराब व्यवसाय में संलिप्त 18 कारोबारियों की अवैध संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव ईडी को भेजा है.
18 कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा
आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार अब तक दो शराब तस्करों की अवैध संपत्ति ईडी द्वारा जब्त की गई है. शराबबंदी कानून लागू होने के बाद अवैध शराब के व्यापार में संलिप्त धंधेबाजों पर हर स्तर से शिकंजा कसने की व्यापक तैयारी की गई है.
शराब व्यवसायी की होगी संपत्ति जब्त
आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद करीब 18 शराब धंधेबाज काफी एक्टिव रहे हैं. इनमें से कुछ अभी जेल में सजा काट रहे हैं तो कुछ फरार हैं. राज्य सरकार और पुलिस के द्वारा लगातार लाख चाहने के बावजूद भी शराब व्यवसाय में कमी नहीं हो रही है. इसलिए राज्य सरकार के निर्णय के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने इनके संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव ईडी को भेजा दिया है.
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2016 से है पूर्ण शराबबंदी
बता दें कि बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी है. शराबबंदी मामले में अब तक ढाई लाख से ज्यादा लोग शराब के व्यवसाय या पीने की वजह से जेल जा चुके हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नई सरकार के गठन के बाद लगातार समीक्षा बैठक कर कारोबारियों पर नकेल कसने का निर्देश दे रहे हैं.