पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं. मंगलवार को गया के वजीरगंज गांव उन्होंने उन्होंने लोगों से कहा कि जो ताड़ी और दारू से बैन हटाएगा उसी को वोट देना. जीतन राम मांझी के शराब वाले बयान पर बिहार सरकार के मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने शराबबंदी कानून का समर्थन किया है.
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"हम लोगों ने शराबबंदी को लेकर सीएनएलयू से जो सर्वे करवाया था उसमें मेजॉरिटी 85% से ऊपर लोगों ने शराबबंदी का समर्थन किया था. 95% महिलाओं ने शराबबंदी कानून का समर्थन किया था. रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि महिलाओं और गरीब परिवार के लोगों के रहन-सहन में सुधार आया है. उनकी आय बढ़ी है."- सुनील कुमार, मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री
मांझी भी थे शराबबंदी के पक्ष मेंः मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री ने कहा अब तक 132 लोगों को जहरीली शराब से मौत मामले में आश्रितों को मुआवजा दी जा चुकी है शेष बचे लोगों को भी जल्द मुआवजा दी जाएगी. मद्य निषेध एवं उत्पाद निबंध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शराबबंदी को लेकर 2016 में सभी लोगों ने पक्ष में वोट किया था उसमें मांझी भी शामिल थे. मंत्री ने कहा कि पर्व त्योहार के मौके पर पुलिस प्रशासन को विधि व्यवस्था में शराबबंदी के कारण मदद मिली है.
क्या कहा था मांझी ने : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मंगलवार को बिहार के गया जिले के वजीरगंज गांव पहुंचे थे. यहां उन्होंने पतेड़ मंगरावा गांव के महादलित टोले के लोगों की समस्या सुनीं. लोगों ने मांझी को बताया कि पिछले दिनों दारू के नाम पर पुलिस और आबकारी विभाग के लोगों ने उन्हें दौड़ा दौड़ा कर पीटा था. यह सुनकर मांझी भड़क गए और उन्होंने लोगों से कहा कि जो ताड़ी और दारू से बैन हटाएगा उसी को वोट देना.