पटना: मीठापुर समेत राजधानी के ज्यादातर सब्जी और फल मंडियों में फलों और सब्जियों के दाम घट गए हैं. मुख्य रूप से वजह क्या है. इसे लेकर कई तरह की बातें की जा रही है. मौजूदा वक्त में किसानों से लेकर सब्जी विक्रेता तक भी परेशान हैं. कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह की मानें तो जल्द ही जिला स्तर पर किसान सहकारिता समिति बनाई जाएगी. ताकि किसानों को सीधा लाभ मिल सकेंग.
'सब्जियों की उपज ज्यादा हुई है और बाजार में खरीददारों की संख्या कम है. जिसकी वजह से सब्जियों के दाम लागातार कम हो रहे हैं. साथ ही फलों के दामों में गिरावट दर्ज की गई है.'- किसान
'बाजार में ज्यादा सब्जियां हो जाती है तो दाम गिर जाते हैं. ऐसे में सब्जियों का उचित दाम किसानों को नहीं मिल पाता है.'- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री
क्या कहते हैं सब्जी व्यापारी
सब्जी व्यापारियों का कहना है कि बाजार में सब्जी और फल भरपुर मात्रा में आ गए हैं. इसलिए ऐसा हो रहा है. इतना ही नहीं राजधानी पटना में नारियल के डाब की कीमत जो कम से कम 50 से 70 रुपये होती थी आज 20 रुपये में दुकानदार इसे बेचने में मजबूर हैं. किसान औने-पौने दाम में अपनी फसल बेच रहे हैं.
पढ़ें: कृषि क्षेत्र में निवेश करने वालों को सरकार देगी अनुदान: अमरेंद्र प्रताप
जिला स्तर पर बनेंगे किसान सहकारिता समिति
कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह की मानें तो जल्द ही जिला स्तर पर किसान सहकारिता समिति बनाई जाएगी. कई जिलों में बनना भी शुरू हो गया है. जहां किसान ही इसके सदस्य होंगे. साथ ही प्रखंड स्तर तक कोल्ड स्टोरेज बनाने का प्रयास हमारी सरकार कर रही है. जिसके लिए हमारा विभाग सब्सिडी भी दे रहा है. किसान चाहे तो जब उनके सब्जियों का दाम कम मिले तो कोल्ड स्टोरेज में रख सकते हैं. उचित कीमत मिलने पर इसे बेच सकेंगे. ऐसी व्यवस्था हमारी सरकार कर रही है.
उन्होंने दावा किया कि हम किसान को आर्थिक रूप से पिछड़ने नहीं देंगे. इसको लेकर हम काम कर रहे है. वहीं अभी हालात किसानों के पक्ष में नहीं है. किसान द्वारा उपजाए गए सब्जियां की कीमत काफी कम मिल रही है.