पटना: राजधानी के पालीगंज अनुमंडल में दुल्हिन बाजार स्थित उलार या उलार्क सूर्य मंदिर अवस्थित है. यह मंदिर भगवान सूर्य की उपासना का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. यह मंदिर पूरे देश में 12 महत्वपूर्ण सूर्य मंदिरों में से एक है. छठ पूजा में भगवान सूर्य की यहां उपासना होती है. ऐसे में छठ के समय इस मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ होती है. गुरुवार से शुरू हो रहे छठ पूजा के लिये इस मंदिर में भी तैयारियां जोरों पर हैं.
बताया जाता है कि उलार्क सूर्य मंदिर का संबंध द्वापरयुग से है. कहा जाता है कि भगवान कृष्ण के वंशज साम्ब को कुष्ठ व्याधि हुई, जिससे मुक्ति के लिये साम्ब ने देश के 12 जगहों पर भव्य सूर्य मन्दिर बनवाए थे और भगवान सूर्य की आराधना की थी. जिसके बाद साम्ब को कुष्ठ से मुक्ति मिली थी. उन्हीं 12 मंदिरों में से उलार सूर्य मंदिर एक है. अन्य सूर्य मंदिरो में देवार्क, लोलार्क, पूण्यार्क, औंगार्क, कोणार्क, चाणार्क आदि शामिल हैं. बताया जाता है कि मुगलकाल में विदेशी आक्रमणकारियों ने देश के कई प्रमुख मंदिरों के साथ उलार मंदिर को भी काफी नुकसान पहुंचाया था. बाद में भरतपुर नरेश के वंशजों ने इन पौराणिक मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया. बताते हैं कि संत अलबेला बाबा करीब 1852-1854 के बीच उलार्क आए और जनसहयोग से मंदिर का जीर्णोद्धार कराया. खुदाई के दौरान यहां शिव, पार्वती, गणेश आदि देवताओं की दर्जनो विखंडित पालकालीन दुर्लभ मूर्तियां मिलीं.
मंदिर परिसर में चमत्कारिक सरोवर है स्थित
लोगों का कहना है कि पालीगंज स्थित उलार मंदिर परिसर में एक सरोवर स्थित है जिसमें स्नान करने से चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलते हैं. इस सरोवर में स्नान करने से सभी चर्म रोगों से मुक्ति मिल जाती है. मंदिर के महंत अवध बिहारी दास ने बताया कि पुरातत्व विभाग की जांच में इस तालाब की मिट्टी में गंधक पाया गया. जिसमें रोगों को दूर भगाने की क्षमता होती है. वहीं उलार मंदिर में नेटुआ (एक विशेष जाति) नचाने की प्रथा अब भी कायम है जो इसकी खासियत है. इस प्रथा का जिन महिलाओं को पता है वे अपने आंचल को जमीन पर बिछा देती हैं जिसपर नेटुआ नाचते हुए बाजा बजाता है. माना जाता है कि सूर्य देवता इससे प्रसन्न होते हैं. यहां छठ के अतिरिक्त रविवार को भी दूर-दूर से अनेक श्रद्धालु महिलायें खासतौर पर पूजा-अर्चना के लिये जुटती हैं. साथ ही साथ यहां भव्य मेला भी लगता है.
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छठव्रतियों के लिये किये जाते हैं विशेष इंतजाम
हर साल छठ पूजा के दौरान यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिये विशेष सुविधाओं का इंतजाम किया जाता है. पहले मंदिर पूजा कमिटी की ओर से सभी व्यवस्थायें की जाती थी लेकिन साल 2016 से बिहार सरकार की ओर राशि उपलब्ध कराई जाने लगी. साथ ही इस मंदिर को राष्ट्रीय पंचांग से जोड़ दिया गया. इस साल भी मंदिर में छठव्रतियों की सुविधा के लिये विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं.
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प्रशासन की तरफ से की जा रही तैयारी
मंदिर के महंथ अवध बिहारी दास ने बताया कि इस साल सरकारी स्तर पर भव्य पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें लाइट, पानी, शौचालय की सुविधायें उपलब्ध रहेंगी. उन्होंने बताया कि इस साल 4 से 5 लाख तक छठ व्रतियों के आने की संभावना है. पालीगंज SDO सुरेंद्र कुमार, DSP मनोज कुमार पांडे की तरफ से छठ व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, पीएचडी विभाग सहित ब्लॉक स्तर के थानाध्यक्षों से सुरक्षा को लेकर लगातार बैठक कर समीक्षा की जा रही है.
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