पटना: बिहार के स्टेट हाईवे को कम से कम 2 लेन की चौड़ाई में बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. बिहार में 3700 किलोमीटर लंबाई में राष्ट्रीय उच्च पथ हैं. राज्य के किसी भी हिस्से से 5 घंटे में राजधानी पहुंचने के लक्ष्य की प्राप्ति के उद्देश्य इस कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है.
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि राज्य सरकार की ओर से एशियन डेवलपमेंट बैंक से 500 मिलियन यूएस डॉलर का ऋण प्राप्त किया गया है, जिसके अंतर्गत 11 स्टेट हाईवे को कम से कम 2 लेन चौड़ा का बनाया जाना है. कई राज्य पथ जिसमें यातायात घनत्व अधिक है, उन्हें 2 लेन पेव सोल्डर के मापदंड के अनुसार बनाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: पूर्णिया: हथियार बंद लुटेरों ने परिवार को बंधक बनाकर की लाखों की लूट
4 परियोजनाओं का कार्य पूरा
इस ऋण में से राज्य सरकार के प्रथम चरण में वर्ष 2019 में 5 स्टेट हाईवे के 10 मीटर चौड़ा बनाने की स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसमें बिहिया-जगदीशपुर-पीरो-बिहटा, घोघा-पंजवारा-भागलपुर-अकबरनगर-अमरपुर, उदा किशनगंज से भटगामा और कादिरगंज-खैरा परियोजना शामिल है. इनमें से 4 परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसका शीघ्र ही उद्घाटन किया जाना है. एक परियोजना में कार्य जारी है.
दूसरे चरण में राज्य सरकार द्वारा बेतिया-नरकटियागंज-मानसी फल्गू हॉल्ट, कटिहार से बलरामपुर बायसी-बहादुरगंज दिघलबैंक के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है.
सिमरी बख्तियारपुर पथ के निर्माण की स्वीकृति
मंत्री परिषद द्वारा मंझवे-गोविंदपुर-अंबा-देव-मदनपुर, फागू हाल्ट से सिमरी बख्तियारपुर पथ के निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. इन सब की निविदा 15 दिनों में जारी की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि राज्य के सभी राज्य पथों को राष्ट्रीय उच्च पथों के मापदंड के अनुरूप विकसित किया जा रहा है और दीर्घकालीन संधारण नीति के अंतर्गत संधारित किया जा रहा है. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने विभाग को स्टेट हाईवे के किनारे नागरिक सुविधाएं विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार करने पर बल दिया है.