पटना: पटना के महावीर मंदिर में रामनवमी (Ram Navami In Patna) को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. इस साल रामनवमी 10 अप्रैल (रविवार) को है. शहर में चारों ओर अभी से ही रामनवमी की धूम देखने को मिल रही है. महावीर मंदिर में रामनवमी के दिन सुबह से ही भक्तों का तांता दर्शन के लिए कतार में लगा रहता है. रामनवमी के दिन जो भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं वह प्रसाद के रूप में नैवेद्यम लड्डू की खरीदारी करते हैं. महावीर मंदिर की तरफ से इस बार गर्मी को देखते हुए भक्तों के लिए सेड की व्यवस्था की जा रही है.
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गर्मी से राहत के लिए शेड की व्यवस्था: महावीर मंदिर के संस्थापक आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि प्रशासन ने अपनी तरफ से सारी व्यवस्था भी कर दी है ताकि भक्तों को दर्शन करने में कम से कम कठिनाई हो. प्रसाद के लिए भी भक्तों को परेशानी ना हो इसके लिए भी अलग से व्यवस्था कराई जाएगी. इस बार रामनवमी में गर्मी काफी ज्यादा बढ़ गई है तो ऐसे में गर्मी से राहत के लिए ऊपर से शेड भी लगाई जाएगी. रामनवमी को लेकर काफी भीड़ की उम्मीद है क्योंकि इस बार रामनवमी रविवार के दिन है तो ऐसे में ऐसी व्यवस्था कराई जाएगी कि भक्त एक कतार में आसानी से आगे पीछे हो कर दर्शन कर सकें.
25,000 किलो नैवेद्यम लडडू हो रहा तैयार: महावीर मंदिर के संस्थापक आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि जगह जगह अस्थाई काउंटर लगाया जाएगा. रामनवमी को लेकर काफी संख्या में भक्तों की भीड़ होने की उम्मीद है क्योंकि कोरोना संक्रमण काल के बाद रामनवमी के दिन भक्तों के लिए आयोजन का दिन है. इसलिए ऐसी व्यवस्था कराई जा रही कि भक्त एक कतार में आसानी से आगे पीछे हो कर दर्शन कर सकेंगे. भक्तों के लिए जगह जगह पानी और शरबत भी उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि रामनवमी को देखते हुए 20-25 हजार किलो नैवेद्यम तैयार किया जा रहा है.
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तिरुपति के कारीगर कर रहे नैवेद्यम तैयार: कारीगर शेषाद्री ने बताया कि महावीर मंदिर का प्रसाद स्वच्छता के साथ तैयार किया जाता है. पहले 16 से 18 लाख किलो नैवेद्यम तैयार किया जाता था. लेकिन इस बार भक्तों की भीड़ ज्यादा पहुंचने के अनुमान के कारण तिरुपति के 65 कारीगरों के द्वारा 20 से 25 हजार किलो नैवेद्यम लड्डू तैयार किया जाएगा. घी, चना दाल, केसर, काजू, किसमिस, इलाइची के साथ शुद्धता और गुणवत्तापूर्वक बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि महावीर मंदिर का प्रसाद नैवेद्यम को खाद्य संरक्षा मानक संगठन एफएसएसआई का सर्टिफिकेट मिला है.
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