ETV Bharat / state

बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर सरकार अलर्ट, बनेंगे प्री फैब्रिकेटेड अस्पताल

author img

By

Published : Dec 31, 2021, 4:20 PM IST

बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य विभाग संक्रमितों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए दिक्कतों से जूझता नजर आया. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच स्वास्थ्य केंद्रों पर अलग से प्री फेब्रिकेटेड पोर्टेबल वार्ड (Pre Fabricated Portable Ward In Bihar) बनाए जाने की तैयारी है. पढ़ें पूरी खबर..

Pre fabricated portable wards built in Bihar
Pre fabricated portable wards built in Bihar

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona cases in Bihar) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है. बीते दिनों बिहार में कोरोना वायारल के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (New Variant Omicron) स्वरूप का पहला मामला सामने आया है. ऐसे में सरकार ने तैयारी तेज कर दी है. बढ़ते मामले को लेकर जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाई जाएगी. वहीं प्री फैब्रिकेटेड फील्ड अस्पताल (Prefabricated Field Hospital in Bihar) बनाए जाएंगे. इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी गई है.

यह भी पढ़ें - रियलिटी चेक: स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल, तीसरी लहर की दस्तक के बीच अस्पतालों में लटका मिला ताला

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के चिह्न्ति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (BMSICL) के माध्यम से पाइपलाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके लिए बीएमएसआइसीएल (Bihar Medical Service Corporation Ltd) द्वारा निजी क्षेत्र की कंपनियों से प्रस्ताव आमंत्रित किया है.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य के 254 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने के लिए चिह्न्ति किया गया है. इनमें सभी प्रमंडलों के प्रमुख जिलों को शामिल किया गया है. सबसे अधिक तिरहुत प्रमंडल में 56 सीएचसी में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जबकि सारण प्रमंडल में 27, दरभंगा प्रमंडल में 32, कोसी प्रमंडल में 17, पूर्णिया प्रमंडल में 25, मुंगेर प्रमंडल में 20, भागलपुर प्रमंडल में 14, पटना प्रमंडल में 27, मगध प्रमंडल में 36 सीएचसी में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछेगी.

इसके अलावा ओमीक्रोन की आशंका को देखते हुए प्री फैब्रिकेटेड अस्पताल भी बनाए जाने की योजना बनाई गई है. बीएमएसआइसीएल द्वारा राज्य के 13 अस्पतालों में 100-100 बेड वाले, जबकि 15 अस्पतालों में 50-50 बेड वाले अस्पताल तैयार करने की योजना है. राज्य में कुल 28 ऐसे अस्पताल बनाए जाने की योजना बनाई गई है.

बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज, अनुमंडलीय अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल परिसर में ही फील्ड अस्पताल बनाए जाएंगे. अस्पताल का निर्माण करने वाली एजेंसी को तीन साल तक इसका रख रखाव करना होगा. इन अस्पतालों में प्रत्येक बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन की सुविधा होगी. सूत्रों के मुताबिक, इन अस्पतालों के लिए स्थानों का चयन भी कर लिया गया है.

बता दें कि बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. इधर, पटना में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के पहले जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. 31 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक राज्य के सभी पार्कों और उद्यानों को बंद कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें - बिहार में 20 लाख लोगों ने अब तक नहीं लिया है कोरोना का एक भी टीका, सरकार की बढ़ी चिंता

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona cases in Bihar) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है. बीते दिनों बिहार में कोरोना वायारल के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (New Variant Omicron) स्वरूप का पहला मामला सामने आया है. ऐसे में सरकार ने तैयारी तेज कर दी है. बढ़ते मामले को लेकर जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाई जाएगी. वहीं प्री फैब्रिकेटेड फील्ड अस्पताल (Prefabricated Field Hospital in Bihar) बनाए जाएंगे. इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी गई है.

यह भी पढ़ें - रियलिटी चेक: स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल, तीसरी लहर की दस्तक के बीच अस्पतालों में लटका मिला ताला

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के चिह्न्ति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (BMSICL) के माध्यम से पाइपलाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके लिए बीएमएसआइसीएल (Bihar Medical Service Corporation Ltd) द्वारा निजी क्षेत्र की कंपनियों से प्रस्ताव आमंत्रित किया है.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य के 254 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने के लिए चिह्न्ति किया गया है. इनमें सभी प्रमंडलों के प्रमुख जिलों को शामिल किया गया है. सबसे अधिक तिरहुत प्रमंडल में 56 सीएचसी में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जबकि सारण प्रमंडल में 27, दरभंगा प्रमंडल में 32, कोसी प्रमंडल में 17, पूर्णिया प्रमंडल में 25, मुंगेर प्रमंडल में 20, भागलपुर प्रमंडल में 14, पटना प्रमंडल में 27, मगध प्रमंडल में 36 सीएचसी में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछेगी.

इसके अलावा ओमीक्रोन की आशंका को देखते हुए प्री फैब्रिकेटेड अस्पताल भी बनाए जाने की योजना बनाई गई है. बीएमएसआइसीएल द्वारा राज्य के 13 अस्पतालों में 100-100 बेड वाले, जबकि 15 अस्पतालों में 50-50 बेड वाले अस्पताल तैयार करने की योजना है. राज्य में कुल 28 ऐसे अस्पताल बनाए जाने की योजना बनाई गई है.

बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज, अनुमंडलीय अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल परिसर में ही फील्ड अस्पताल बनाए जाएंगे. अस्पताल का निर्माण करने वाली एजेंसी को तीन साल तक इसका रख रखाव करना होगा. इन अस्पतालों में प्रत्येक बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन की सुविधा होगी. सूत्रों के मुताबिक, इन अस्पतालों के लिए स्थानों का चयन भी कर लिया गया है.

बता दें कि बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. इधर, पटना में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के पहले जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. 31 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक राज्य के सभी पार्कों और उद्यानों को बंद कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें - बिहार में 20 लाख लोगों ने अब तक नहीं लिया है कोरोना का एक भी टीका, सरकार की बढ़ी चिंता

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.