सारणः बिहार के छपरा में जन सुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान मतदाताओं से अच्छे नेताओं को चुनने की अपील की है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और पुलवामा के नाम पर वोट देंगे तो गांव की हालात नहीं सुधरेगी. इसलिए अपने बच्चों के बारे में सोचने का काम करें. प्रशांत किशोर ने कहा कि हम बिहार के लोग इतने कष्ट में जी रहे हैं, मगर जब वोट करने की बारी आती है तब हम जाति-धर्म, पाकिस्तान-पुलवामा, और चीन को सबक सिखाने के लिए वोट करते हैं.
अपने गांव की टूटी सड़क को देखिएः प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 में आप लोगों ने सोच रखा था कि इस बार सांसद को नहीं जितने देना है. लेकिन इसी बीच पुलवामा हो गया. इसके बाद आपने फिर से उन्हीं को वोट कर दिया जिन्हें आपको नहीं करना था. मैं आपसे पूछता हूं कि क्या आपने कभी आपने गांव की टूटी सड़कों को देखा है. गांव में नंगे पैर चल रहे उन बच्चों को देखा है जो खाली पैर इधर से उधर दौड़ते हैं. अगर इतना कुछ देखने के बावजूद भी आपकी आंखें नहीं खुलती तो आपका कोई भला नहीं कर सकता है.
जन सुराज यात्रा से जनसमर्थनः गौरतलब है कि रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में अपनी पदयात्रा में है. इसी अंतराल में सारण जिले में पदयात्रा कर रहे हैं. अपने जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के सोनपुर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए स्थानीय मुद्दों को उठा रहे हैं. इसके साथ ही उनके निशाने पर आरजेडी, भाजपा और नीतीश कुमार हैं. प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा से जनसमर्थन भी मिल रहा है, इसका परिणाम सारण एमएलसी चुनाव में देखने को मिला. सारण शिक्षक क्षेत्र से अफाक अहमद को जीत मिली. अफाक अहमद को जन सुराज का समर्थन था. इसी के साथ बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की इंट्री हो गई है.
"कब तक लोग पुलवामा और पाकिस्तान के नाम पर वोट देंगे. जाति और धर्म के नाम पर वोट करना बंद करें. 2019 में जिस सांसद को वोट नहीं देना था, लोग उसे ही वोट दिए, क्योंकि चुनाव से ठीक पहले पुलवामा वाला मामला सामने आ गया था. लोग अपने बच्चों के बारे में नहीं सोंचते हैं. ऐसे में एक नहीं 10 प्रशांत किशोर भी आ जाएगा तो सुधार नहीं होने वाला है." -प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज