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पटना: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी की रिपोर्ट, ये रहा आंकड़ा

बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद दीपावली और छठ के दौरान एयर क्वालिटी की जांच करता है. इस साल 20 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच लगातार वायु और ध्वनि प्रदूषण की जांच की जा रही है.

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Published : Oct 28, 2019, 11:50 PM IST

पटना

पटना: पूरे देश में दीपावली के मौके पर पटाखे छोड़ने से प्रदूषण में इजाफा दर्ज किया गया है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी प्रदूषण का आंकड़ा जारी किया है. इसमें राजधानी में पिछले साल से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण मापा गया है. वहीं, वायु प्रदूषण पिछले साल से अनुसार कम है.

बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के बाद का प्रदूषण आंकड़ा जारी किया है. पटना में वायु गुणवत्ता पीएम 2.5 लेवल जो पिछले साल 290.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, इस साल 178.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. मुजफ्फरपुर में पिछले साल 444 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो इस साल महज 91.5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है.

पटना
बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जारी रिपोर्ट

बोरिंग रोड में रहा ज्यादा प्रदूषण
गया में पीएम 2.5 लेवल 124.8 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है जो पिछले साल 203.1 था. वहीं, ध्वनि प्रदूषण के मुकाबले पटना के बोरिंग रोड चौराहा पर वायु प्रदूषण पिछले साल से इस साल ज्यादा रहा. रविवार रात को 10 बजे के बाद बोरिंग रोड इलाकों में पटाखों का उपयोग ज्यादा किया गया. जबकि अन्य जगहों पर वायु प्रदूषण पिछले सालों के ही बराबर रहा.

पिछले साल से कम रहा वायु प्रदूषण

20 अक्टूबर से 3 तक नवंबर तक होगी जांच
बता दें कि बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पटाखा नहीं छोड़ने को लेकर इस साल काफी जागरूकता अभियान चलाया था. खास कर स्कूल में बच्चों को प्रदूषण को लेकर जागरूक किया था. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद दीपावली और छठ के दौरान एयर क्वालिटी की जांच करता है. इस साल 20 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच लगातार वायु और ध्वनि प्रदूषण की जांच की जा रही है.

पटना: पूरे देश में दीपावली के मौके पर पटाखे छोड़ने से प्रदूषण में इजाफा दर्ज किया गया है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी प्रदूषण का आंकड़ा जारी किया है. इसमें राजधानी में पिछले साल से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण मापा गया है. वहीं, वायु प्रदूषण पिछले साल से अनुसार कम है.

बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के बाद का प्रदूषण आंकड़ा जारी किया है. पटना में वायु गुणवत्ता पीएम 2.5 लेवल जो पिछले साल 290.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, इस साल 178.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. मुजफ्फरपुर में पिछले साल 444 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो इस साल महज 91.5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है.

पटना
बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जारी रिपोर्ट

बोरिंग रोड में रहा ज्यादा प्रदूषण
गया में पीएम 2.5 लेवल 124.8 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है जो पिछले साल 203.1 था. वहीं, ध्वनि प्रदूषण के मुकाबले पटना के बोरिंग रोड चौराहा पर वायु प्रदूषण पिछले साल से इस साल ज्यादा रहा. रविवार रात को 10 बजे के बाद बोरिंग रोड इलाकों में पटाखों का उपयोग ज्यादा किया गया. जबकि अन्य जगहों पर वायु प्रदूषण पिछले सालों के ही बराबर रहा.

पिछले साल से कम रहा वायु प्रदूषण

20 अक्टूबर से 3 तक नवंबर तक होगी जांच
बता दें कि बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पटाखा नहीं छोड़ने को लेकर इस साल काफी जागरूकता अभियान चलाया था. खास कर स्कूल में बच्चों को प्रदूषण को लेकर जागरूक किया था. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद दीपावली और छठ के दौरान एयर क्वालिटी की जांच करता है. इस साल 20 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच लगातार वायु और ध्वनि प्रदूषण की जांच की जा रही है.

Intro:बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक इस साल दिवाली पर कुछ जगहों पर ध्वनि प्रदूषण पिछले साल के मुकाबले बढ़ा है जबकि पटना समेत कई शहरों में वायु प्रदूषण में कमी दर्ज की गई है। वायु प्रदूषण को लेकर जन जागरूकता अभियान का इसमें अहम रोल माना जा रहा है।


Body:बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से दीपावली के पहले बड़े स्तर पर हर जगह नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को प्रदूषण को लेकर जागरूक किया गया। यही नहीं स्कूलों में भी बच्चों को शपथ दिलवाई गई कि वह पटाखे नहीं छोड़ेंगे और अगर पटाखे छोड़ेंगे तो सिर्फ ग्रीन पटाखे। इसका बड़ा प्रभाव देखने को मिला है।जो आंकड़े इस साल दीपावली की रात दर्ज किए गए हैं उनके मुताबिक वायु गुणवत्ता के आंकड़ों पर गौर करें तो दीपावली के दिन पटना में पीएम 2.5 लेवल जो पिछले साल 290.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था वह इस साल 178.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है। वहीं मुजफ्फरपुर में पीएम 2.5 लेवल में भारी कमी दर्ज की गई है। पिछले साल मुजफ्फरपुर में पीएम 2.5 लेवल 444 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था जो इस साल महज 91.5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है। वहीं गया में भी पीएम 2.5 लेवल 124.8 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है जो पिछले साल 203.1 था।
ध्वनि प्रदूषण के मामले में पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर वायु प्रदूषण हालांकि पिछले सालों के मुकाबले कुछ ज्यादा रहा है। विशेष रूप से रात 10:00 बजे के बाद बोरिंग रोड इलाके में पटाखों का उपयोग ज्यादा किया गया। जबकि अन्य जगहों पर वायु प्रदूषण पिछले सालों के लगभग बराबर ही रहा है।


Conclusion:बता दें कि बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद दीपावली और छठ के दौरान एयर क्वालिटी की जांच करता है। इस साल 20 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच लगातार वायु और ध्वनि प्रदूषण की जांच की जा रही है।
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