पटनाः बिहार में मंत्रियों के बंगलों की साज-सज्जा पर होने वाले खर्चों को लेकर बिहार में विवाद खूब हुए हैं. 2015 में जब नीतीश कुमार ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई तो उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बंगले पर खर्च की गई बड़ी राशि पर बवाल मचा था. अब एक बार फिर सरकार के मंत्रियों के लिए नए बंगले के निर्माण पर बड़ी राशि खर्च की जा रही है. जिसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है.
बंगले पर फिजूलखर्ची को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के नेता नीतीश कुमार पर जुबानी हमला कर रहे हैं. दोनों दलों के नेताओं का कहना है कि नीतीश कुमार कहते कुछ और हैं, करते कुछ और हैं.
'खुद मुख्यमंत्री ही अपने बंगले पर बेहिसाब खर्च कर रहे हैं तो भला मंत्रियों को कैसे रोक सकते हैं' कहने के लिए समाजवादी का घर है लेकिन वो महल बना हुआ है- रामानुज प्रसाद, आरजेडी नेता
'उपमुख्यमंत्री के आवास पर करोड़ों की राशि खर्च हो रही है. बंगले सजाए जा रहे हैं. सरकारी पैसों की लूट बीजेपी से ज्यादा कोई कर ही नहीं सकता'- राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता
पहले भी होता रहा है विवाद
बिहार जैसे पिछड़े राज्य में मंत्रियों के बंगले की साज-सज्जा पर लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं. तेजस्वी यादव के लिए बंगला को भी खूब सजाया गया था. बड़ी राशि खर्च की गई थी. उप मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने के बाद भी तेजस्वी बंगला छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे. बाद में कोर्ट के निर्देश पर बंगला छोड़ना पड़ा. हालांकि उसके बाद सरकार ने राशि खर्च करने की सीमा भी तय कर दी लेकिन अब फिर से मंत्रियों के आवास को सजाने में जिस प्रकार से राशि खर्च हो रही है. उसको लेकर विपक्ष के निशाने पर नीतीश कुमार हैं.
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सरकार ने तय की है खर्च की राशि
अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक के खर्च के लिए सरकार ने एक राशि तय कर रखी है. लेकिन किस बंगले पर कितनी राशि खर्च हुई यह जानकारी नहीं दी जाती है. उप मुख्यमंत्री के तौर पर तेजस्वी यादव को पांच स्टैंड रोड का बंगला दिया गया था उस पर कितनी राशि खर्च हुई वह आज तक पता नहीं चला. उस समय सुशील मोदी ने जांच करवाने की बात की थी.
'नीतीश कुमार को रोकना चाहिए फिजूलखर्ची'
अब एक बार फिर से उपमुख्यमंत्री रेणू देवी के आवास पर पांच लाख रुपये से अधिक की बंगाल से मंगाई गई विशेष घास लगाई गई है. कई तरह के आधुनिक चीजों को लगाया जा रहा है और अन्य मंत्रियों के बंगले पर भी साज-सज्जा में बड़ी राशि खर्च हो रही है. वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे का कहना है बिहार जैसे राज्य के लिए यह फिजूलखर्ची है और नीतीश कुमार को इसे रोकना चाहिए.
बंगले पर फिजूलखर्ची कोई नई बात नहीं
बिहार में मंत्रियों के आवास पर फिजूलखर्ची कोई नई बात नहीं है. घर को चमकाने से लेकर महंगे सामान लगाए जाते रहे हैं. अब एक बार फिर से उप मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक के आवास पर पिछले 2 महीने से लगातार काम हो रहा है. बंगले को एकदम नया रूप दिया जा रहा है.