पटना: आज का दिन बिहार के लिए महत्वपूर्ण दिन था क्योंकि आज ही विधानसभा में आरक्षण बिल पारित किया गया. जिसके तहत पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण को बढ़ा कर 75% कर दिया गया. इसी विधेयक पर चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी आरक्षण को लेकर अपनी व्यथा सदन के अंदर बता रहे थे, लेकिन बीच में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े हो गए और अपना आपा खो दिया. उन्होंने तुम तड़ाक की भाषा में जीतन राम मांझी को भला बुरा कहा दिया. सीएम की इस भाषा का विपक्ष के नेताओं ने जोरदार विरोध किया है.
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'नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति ठीक नहीं': नीतीश कुमार के इस व्यवहार पर भाजपा की महिला विधायक जो सबसे निचले तपके से आती हैं, उनकी नाराजगी भी दिखी. विधायक निक्की हेंब्रम ने कहा कि नीतीश कुमार दलितों का अपमान करते हैं. जिस तरीके का व्यवहार उन्होंने सदन के अंदर किया है उसे साफ है कि नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इससे पहले मेरे साथ भी उन्होंने गलत व्यवहार किया था. जिसका मैंने प्रतिरोध किया था.
"नीतीश कुमार सदन की गरिमा को गिरा रहे हैं और उन्होंने एक महादलित समुदाय से आने वाले नेता को अपमानित करने का काम किया है. उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उन्हें इलाज की जरूरत है. बिहार की जनता समय आने पर उन्हें सबक सिखाएगी"- जीवेश मिश्रा, पूर्व मंत्री
'पहले नीतीश कुमार का व्यवहार ऐसा नहीं था': वहीं, एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने कहा है कि नीतीश कुमार ऐसे व्यवहार के लिए नहीं जाने जाते हैं. लेकिन पिछले कुछ महीनों से नीतीश कुमार जिस तरीके का व्यवहार कर रहे हैं, उससे साफ हो गया है कि अब वह बीमार हो चुके हैं और उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है. सदन के अंदर इस तरीके का व्यवहार किसी माननीय सदस्य के साथ नहीं किया जाना चाहिए.
बचाव में उतरी आरजेडी-जेडीयूः राजद नेता और बिहार सरकार के मंत्री जितेंद्र राय ने कहा कि सदन के अंदर कुछ आपत्तिजनक हरकत नहीं हुई है. मैं वहां मौजूद था. मंत्री ने पूरे घटनाक्रम से अनभिज्ञता जाहिर की. वहीं जदयू विधायक संजीव कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री का बचाव किया. संजीव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुछ गलत नहीं कहा है.
"मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने ही जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री को धोखा देने का काम किया. गुस्से में उन्होंने अपनी भावना प्रकट की है कुछ गलत नहीं कहा है"- संजीव कुमार सिंह, जदयू विधायक
फिर विपक्ष के निशाने पर नीतीशः दरअसल आज सदन में नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था, इन्हें कुछ नहीं आता है. साथ ही अपत्तिजनक तरीके से उनको बुरा भला कहा. आपको बता दें कि इससे पहले भी जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जो कुछ सदन में नीतीश कुमार ने कहा था, उससे राष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि धूमिल हुई थी और नीतीश कुमार को माफी मांगनी पड़ी थी. एक बार फिर दलित नेता के प्रति व्यवहार को लेकर नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं.