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सुखाड़ प्रभावित किसानों को मिले मुआवजे पर मांझी का तंज- यही है ऊंट के मुंह में जीरा

जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार की तरफ से किसानों को 3 हजार रुपये दिये जाने से कुछ नहीं होने वाला है. वहीं, जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि विपक्ष का काम सरकार पर आरोप लगाना ही है.

पटना
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Published : Sep 16, 2019, 12:01 AM IST

पटना: सुखाड़ प्रभावित किसानों को 3 हजार रुपये दिए जाने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि यह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. वहीं, जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि आरोप लगाना विपक्ष का काम है.

जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार के तरफ से किसानों को 3 हजार रुपये दिये जाने से कुछ नहीं होने वाला है. इससे किसानों को कुछ नहीं होने वाला है. सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए यह राशि दी जा रही है. किसानों को सूखा से कैसे निजात मिले इस पर सरकार को विचार करना चाहिए.

सुखाड़ के मुआवजे पर बयानबाजी

सुखाड़ के मुआवजा पर राजनीति
आरजेडी नेता विजयप्रकाश ने कहा कि सरकार सिर्फ किसानों के साथ दिखावे की राजनीति कर रही है. इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला है. सरकार बताए कि वह किस गणित के आधार पर किसानों को तीन हजार रुपये दे रही है? सरकार किसानों को जमीन के हिसाब से मुआवजा देना चाहिए था. वहीं, जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि विपक्ष का काम सरकार पर आरोप लगाना ही है. नीतीश सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी है.

पटना: सुखाड़ प्रभावित किसानों को 3 हजार रुपये दिए जाने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि यह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. वहीं, जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि आरोप लगाना विपक्ष का काम है.

जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार के तरफ से किसानों को 3 हजार रुपये दिये जाने से कुछ नहीं होने वाला है. इससे किसानों को कुछ नहीं होने वाला है. सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए यह राशि दी जा रही है. किसानों को सूखा से कैसे निजात मिले इस पर सरकार को विचार करना चाहिए.

सुखाड़ के मुआवजे पर बयानबाजी

सुखाड़ के मुआवजा पर राजनीति
आरजेडी नेता विजयप्रकाश ने कहा कि सरकार सिर्फ किसानों के साथ दिखावे की राजनीति कर रही है. इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला है. सरकार बताए कि वह किस गणित के आधार पर किसानों को तीन हजार रुपये दे रही है? सरकार किसानों को जमीन के हिसाब से मुआवजा देना चाहिए था. वहीं, जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि विपक्ष का काम सरकार पर आरोप लगाना ही है. नीतीश सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी है.

Intro:नीतीश सरकार द्वारा सूखा प्रभावित किसानों को तीन हजार रुपया दिए जाने पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया है और कहा कि सरकार किसानों को ऊंट के मुंह में जीरा के समान ए राशि दे रही है...


Body:पटना---- सुखा प्रभावित इलाकों को किसानों को नीतीश सरकार ने ₹3000 मदद देने का एलान किया तो विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह तो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है इससे किसानों को कुछ नहीं होने वाला है सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए यह राशि दी जा रही है वही हम पार्टी के सर्वे सर्वा जीता राम मांझी ने कहां की 3 हजार दीजिए या कुछ दीजिए यह तो तात्कालिक है किसानों को सूखा से कैसे निजात मिले इस पर विचार करना चाहिए हमने जो सजेशन दिया था अगर सरकार उस पर अमल करती तो आधे सूखे प्रभावित जिलों में पानी की कोई दिक्कत नहीं होगी, वही विपक्ष के सवाल पर जेडीयू ने कहां की विपक्ष का काम है सवाल खड़ा करना लेकिन नीतीश सरकार किसानों के साथ खड़ी है जो भी सहायता होगा वह जरूर मिलेगा वही आरजेडी ने भी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार सिर्फ किसानों के साथ दिखावे की राजनीति कर रही है इससे किसानों को कोई फायदा होने वाला नहीं है आरजेडी ने सवाल किया है कि सरकार बताए कि वह किस गणित के आधार पर किसानों को तीन हजार दे रही है जिसका पास 2 डिसमिल जमीन है उसे भी तीन हजार रुपया और जो हो बड़ा किसान है उसे भी तीन हजार रुपया यह कहां का न्याय है ,सरकार को चाहिए कि जमीन के हिसाब से समीक्षा करा कर सूखे पर मुआवजा दिया जाए।

बाइट--- जीतन राम मांझी पूर्व मुख्यमंत्री बिहार

बाइट-- विजयप्रकाश नेता आरजेडी

बाइट-- निखिल मंडल जदयू प्रवक्ता



Conclusion: हम आपको बता दें थी लेकिन कुमार ने बिहार में सूखा प्रभावित इलाकों के 18 जिलों के 102 प्रखंड में 896 पंचायत को सूखा घोषित किया है और उस क्षेत्र के किसानों को 3-3 हजार रुपए आर्थिक मदद देने के लिए घोषणा की है लेकिन विपक्ष इस राशि को ऊंट के मुंह में जीरा समान बताते हुए सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार सिर्फ राजनीति कर रही है और अपने दिखावा के लिए कुछ किसानों को यह राशि दी जाएगी।
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