पटना : बिहार में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को फिर से शुरू करने को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने गाइडलाइन जारी करते हुए पत्र लिखा है. इस बाबत पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभाव हेतु सावधानियां बरतते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के संबंध में प्रशिक्षण संस्थानों के प्रमुख को पत्र लिखा गया है. जल्द ही इसे प्रारंभ किया जाएगा.
पुलिस मुख्यालय ने गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं गृह विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के स्तर से कोविड-19 संक्रमण से बचाव के संबंध में निर्गत मार्गदर्शिकाओं के सुझाव के साथ प्रशिक्षण संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को पुनर्जीवित करने पर विचार करने को लेकर पत्र भी लिखा है. पुलिस मुख्यालय ने सभी प्रशिक्षण संस्थानों को पत्र लिखा है कि बिहार सैन्य पुलिस के विभिन्न इकाइयों, विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों और बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर में संचालित पुलिस पदाधिकारियों कर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने का निर्देश से कोरोना के मद्देनजर बंद रखने का निर्णय पुलिस मुख्यालय के तरफ से दिया गया था. बिहार सहित संपूर्ण देश में 23 मार्च से लॉकडाउन था और इससे करोना संक्रमण के प्रसार की गति पर अंकुश लगाया जा सका है.
'पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग जरूरी'
पुलिस मुख्यालय ने लिखा कि कोरोना अभी थमा नहीं हैं. निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि इस संक्रमण बीमारी से पूरी तरह निजात कब तक मिलेगी. लेकिन प्रशिक्षण कार्यक्रम भी अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे लंबे समय तक रोका नहीं जा सकता है. ऐसे में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को कोविड-19 से सुरक्षा रखते हुए फिर से शुरू करना होगा क्योंकि इन प्रशिक्षण केंद्रों पर स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दिया जाना अत्यंत जरूरी है.
फॉलो की जाएगी गाइडलाइन
कुल मिलाकर बात करें, तो पुलिस मुख्यालय ने एमएचए और केंद्र सरकार के तरफ से कोविड-19 की गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए सभी प्रशिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को फिर से ट्रेनिंग कैंप को चालू करने पर विचार करने को कहा है. कोरोना जैसे महामारी से कब तक निजात मिल पाएगी, यह कहना मुश्किल है. पुलिस के कार्य और ट्रेनिंग को अनंत काल तक रोक पाना मुमकिन नहीं है.