पटनाः 1 सितंबर से लापता विकास कुमार ने अपने अपहरण की साजिश खुद ही रची थी. इसकी जानकारी सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी ने दिया. उन्होंने बताया कि उसका किडनैप हुआ ही नहीं था. उसने अपने किडनैपिंग की झूठी कहानी रची थी और 1 सितंबर के बाद से वह कोलकाता में रह रहा था.
झूठी कहानी का पर्दाफाश
दरअसल राजधानी पटना के अनिसाबाद रघुनाथ टोला के रहने वाले विकास कुमार 2 दिन पहले अपने घर से सेविंग कराने की बात कहकर निकले और वापस नहीं आए थे. उसके बाद विकास अपने दोस्त के मोबाइल पर झूठे अपहरण की खबर भेजी और अपने ही अकाउंट में 10 लाख रूपए जमा करवाने को कहा था. हालांकि पुलिस की जांच में विकास की रची गई झूठी कहानी का पर्दाफाश हो गया है.
विकास पर होगी कानूनी कार्रवाई
सिटी एसपी ने बताया कि जिस युवक के अपहरण की बातें कही जा रही थी. उस युवक का नाम विकास कुमार है. विकास ने अपने साइबर कैफे खोलने के लिए मार्केट से काफी पैसे उधार ले रखे थे. पैसे ना चुका पाने के कारण उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची और अपने परिजनों से 10 लाख रुपए ऐंठने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि झूठी जानकारी देने की सजा विकास को मिलेगी और पुलिस को गुमराह करने के लिए विकास पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.