पटना: पुलिस मुख्यालय की तरफ से बिहार विधानसभा चुनाव के समाप्त होने के बाद कई इलाकों में दिवाली पर्व के दौरान तनाव उत्पन्न होने की आशंका जताई गई है, जिसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने चुनाव में आई केंद्रीय फोर्स की दो से तीन कंपनियों को दिवाली और छठ पर्व तक यहीं रोकने का अनुरोध केंद्र सरकार से किया है. चुनाव के बाद सरकार गठन और इसके साथ ही त्यौहारों की धूम को देखते हुए पुलिस मुख्यालय स्तर पर सुरक्षा से संबंधित तमाम पहलुओं पर समीक्षा की जा रही है.
'दिवाली और छठ को लेकर बिहार पुलिस अलर्ट'
पुलिस मुख्यालय ने खुफिया विभाग को सभी जिलो में दिवाली और छठ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने और अलर्ट रहने को कहा है, तो वहीं चुनाव के बाद किसी भी प्रकार की हिंसा ना हो इसके लिए सभी थानेदारों को भी पुलिस मुख्यालय ने अलर्ट किया है.
'राजनीतिक हिंसाओं में बिहार पांचवें पायदान पर'
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पहले भी बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद राज्य में गोली बंदूक चलती रही है. कई प्रत्याशियों पर भी जानलेवा हमला किया गया है. विगत 24 अक्टूबर को भी शिवहर के नारायण सिंह जो कि एक प्रत्याशी थे. इनकी चुनाव प्रचार के दौरान अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद बिहार में 62 घटनाएं घटी हैं, तो वहीं इसी रिपोर्ट में बिहार राजनीतिक हिंसा के मामलों में पांचवें पायदान पर है.