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कोसी मेगा ब्रिज उद्घाटन पर PM नरेंद्र मोदी ने कहा, अटल जी के साथ-साथ नीतीश कुमार का भी है ड्रीम प्रोजेक्ट - अटल जी

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मैं आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं. 17 सितंबर उनका जन्मदिन था, कल भी हमलोगों ने बधाई दी थी. पूरा सप्ताह आपका जन्मदिन मनाया जा रहा है. इसके लिए आपको बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं.

PM Narendra Modi
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Published : Sep 19, 2020, 1:01 AM IST

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल मंत्रालय के कोसी रेल मेगा ब्रिज समेत रेलवे की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चैहान के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. वहीं प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और कहा कि अटल जी के साथ-साथ नीतीश कुमार का भी कोसी मेगा ब्रिज ड्रीम प्रोजेक्ट है.

540 करोड़ का कोसी मेगा ब्रिज
कार्यक्रम में 540 करोड़ रुपए के कोसी रेल महासेतु और 2,180 करोड़ रुपए की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं के अंतर्गत विद्युत लोकोशेड, बरौनी, नव विद्युत रेलमार्ग, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर रेलखंड, समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड, शिवनारायणपुर- भागलपुर रेलखंड, सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलखंड, करनौती-बख्तियारपुर लिंक बाईपास और बाढ़-बख्तियारपुर के बीच नवनिर्मित तीसरी रेल लाइन, नव निर्मित किउल सेतु, लखीसराय-किउल इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, नव निर्मित सुपौल-सरायगढ़-आसनपुर कुपहा-राधोपुर रेलखण्ड, नव निर्मित रेलमार्ग हाजीपुर-वैशाली रेलखंड, नव निर्मित रेलमार्ग इस्लामपुर-नटेसर रेलमार्ग, नव विद्युत कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी रेलमार्ग तथा नवविद्युत रेलमार्ग सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर का उद्घाटन किया गया. प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री ने निर्मित नये रेल मार्गों पर ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार की फिर तारीफ की

  • कोसी महासेतु से मिथिलांचल और कोसी क्षेत्र के लोगों की समस्याएं दूर होंगी। यह तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी और तत्कालीन रेलमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है- प्रधानमंत्री
  • नीतीश कुमार जी की सरकार बनने से पहले बिहार में इक्का-दुक्का मेडिकल कॉलेज थे। अब बिहार में 15 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं- प्रधानमंत्री
  • शुरुआती वर्षों में ही नीतीश कुमार जी की सरकार ने बिहार में किसानों के हित में ए0पी0एम0सी0 (.कृषि उपज बाजार समिति) एक्ट को हटा दिया था। जो काम बिहार ने कर दिखाया आज पूरा देश उसी मार्ग पर चल पड़ा है- प्रधानमंत्री
  • दृढ़ निश्चय हो और नीतीश कुमार जी जैसा सहयोगी हो तो कुछ संभव है- प्रधानमंत्री
  • लॉकडाउन के दौरान राज्य से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने में रेलवे ने सबसे अहम और महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी-मुख्यमंत्री

‘प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं’
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मैं आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं. 17 सितंबर उनका जन्मदिन था, कल भी हमलोगों ने बधाई दी थी. पूरा सप्ताह आपका जन्मदिन मनाया जा रहा है. इसके लिए आपको बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं. आज 18 सितंबर से राजगीर में मलमास मेले की शुरुआत हो गई है, जिसमें अवधारणा है कि 33 करोड़ देवी देवता इस दौरान निवास करते हैं. वहां कुंड में स्नान करने की भी मान्यता है.

मैथिली को भी 8वीं अनुसूची में शामिल करने की हुई थी घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार में मुझे रेल मंत्री बनने का सौभाग्य मिला. कोसी महासेतु का शिलान्यास श्रद्धेय अटल जी की सरकार में 06 जून 2003 को हुआ था. इसके लिए हमने कोसी महासेतु के दोनों तरफ एप्रोच रोड के लिए स्थल का मुआयना कर लोगों से बातचीत की थी. ईस्ट-वेस्ट एलाइन्मेंट भी कोसी ब्रिज के पास ही तय किया गया है. वह दिन इसलिये भी ऐतिहासिक है, क्योंकि हमने प्रधानमंत्री से मैथिली भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की थी.

जिसकी घोषणा श्रद्धेय अटल जी ने उसी दिन की थी. उन्होंने कहा कि 12 अगस्त 2018 के रेल मंत्री के कार्यक्रम में हम भी शामिल हुए थे, जिसमें रेलमंत्री ने इस कार्य को तेजी से पूर्ण करने का अधिकारियों को निर्देश भी दिया था. मुझे हार्दिक प्रसन्नता है कि आज आपके द्वारा इस महासेतु का उद्घाटन हो रहा है.

सुगौली तक जोड़ने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हाजीपुर से वैशाली नई रेल लाईन की भी शुरुआत की जा रही है. जिसे सुगौली तक जोड़ने की योजना है. सुगौली भी ऐतिहासिक जगह है, जहां भारत और नेपाल के बीच वार्ता हुई थी. 10 फरवरी 2004 को वैशाली में श्रद्धेय अटल जी ने ही इसका शिलान्यास किया था. इसके एक हिस्से का काम पूर्ण हुआ है. जिसका आज उद्घाटन हो रहा है. इसे सुगौली तक भी पूर्ण किया जाए. उन्होंने कहा कि आपके नेतृत्व में रेलवे की कई योजनाओं का शिलान्यास हो रहा है, ये मेरे लिए प्रसन्नता की बात है. उन्होंने कहा कि बाढ़ और बख्तियारपुर के बीच तीसरी रेलवे लाइन का उद्घाटन हो रहा है. यह भी खुशी की बात है.

श्रद्धेय अटल जी की सरकार के दौरान उस समय के ऊर्जा मंत्री पीआर कुमार मंगलम ने बिहार में पॉवर प्लान्ट खोलने के लिए मुझसे जगह के बारे में पूछा था और उसके आधार पर बाढ़ में एनटीपीसी की स्थापना की गई. बाढ़ तक नई रेल लाइन से एनटीपीसी को कोयले की उपलब्धता में आसानी होगी. इसके लिए हजारीबाग कोयला खादान के पास से तय रुट हजारीबाग-कोडरमा-तिलैया-राजगीर-बख्तियारपुर-बाढ़ से कोयले की ढुलाई में आसानी होगी. मेरा आग्रह है कि जुरही-खुराडीह सेक्शन में चार सुरंगों को बनाया जाना है. इसे जल्द पूरा किया जाए. जिससे कोयले की निर्बाध आपूर्ति में सुविधा हो.

आवागमन में सुविधा होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस्लामपुर-नटेसर रेल लाइन के पूर्ण हो जाने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. पटना से गया जाने का पुराना सड़क मार्ग भी पहले इधर से ही था. अब फतुहा-इस्लामपुर से नटेसर होते हुए गया के लिए नया रेल मार्ग मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि 12 अगस्त 2018 के कार्यक्रम में मैंने रेल मंत्री से आग्रह किया था कि नेऊरा-दनियांवा-बिहारशरीफ-बरबीघा-शेखपुरा पूरा रेलखंड जो किउल से दानापुर आने का तीसरा रास्ता है और इसमें दूरी 9 किमी कम भी पड़ती है, इस लाइन के बन जाने से आवागमन में सुविधा होगी.

इसे अटल जी के समय में स्वीकृत किया गया था. इसके बचे हुए काम को पूरा कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि बिहार में इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मेकेनिकल इंजनियरिंग, जमालपुर, मुंगेर में चलता था. इसमें स्टूडेंट का सेलेक्शन यूपीएससी के माध्यम से होता था. यह इंस्टीच्यूट बंद हो गया है, इसको फिर से चालू करा दिया जाए.

श्रमिकों के लिए प्रवासी शब्द प्रयोग न करने का अनुरोध
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हमारे बाहर फंसे श्रमिकों को राज्य में वापस लाने में रेलवे ने काफी मदद की है. विशेष रेलगाड़ियों का परिचालन कराया गया, जिससे 23 लाख से ज्यादा श्रमिक बाहर से बिहार आए. हमारा निवेदन है कि श्रमिकों के लिए प्रवासी शब्द का प्रयोग न किया जाए, ये सभी देश के वासी है.

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल मंत्रालय के कोसी रेल मेगा ब्रिज समेत रेलवे की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चैहान के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. वहीं प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और कहा कि अटल जी के साथ-साथ नीतीश कुमार का भी कोसी मेगा ब्रिज ड्रीम प्रोजेक्ट है.

540 करोड़ का कोसी मेगा ब्रिज
कार्यक्रम में 540 करोड़ रुपए के कोसी रेल महासेतु और 2,180 करोड़ रुपए की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं के अंतर्गत विद्युत लोकोशेड, बरौनी, नव विद्युत रेलमार्ग, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर रेलखंड, समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड, शिवनारायणपुर- भागलपुर रेलखंड, सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलखंड, करनौती-बख्तियारपुर लिंक बाईपास और बाढ़-बख्तियारपुर के बीच नवनिर्मित तीसरी रेल लाइन, नव निर्मित किउल सेतु, लखीसराय-किउल इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, नव निर्मित सुपौल-सरायगढ़-आसनपुर कुपहा-राधोपुर रेलखण्ड, नव निर्मित रेलमार्ग हाजीपुर-वैशाली रेलखंड, नव निर्मित रेलमार्ग इस्लामपुर-नटेसर रेलमार्ग, नव विद्युत कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी रेलमार्ग तथा नवविद्युत रेलमार्ग सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर का उद्घाटन किया गया. प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री ने निर्मित नये रेल मार्गों पर ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार की फिर तारीफ की

  • कोसी महासेतु से मिथिलांचल और कोसी क्षेत्र के लोगों की समस्याएं दूर होंगी। यह तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी और तत्कालीन रेलमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है- प्रधानमंत्री
  • नीतीश कुमार जी की सरकार बनने से पहले बिहार में इक्का-दुक्का मेडिकल कॉलेज थे। अब बिहार में 15 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं- प्रधानमंत्री
  • शुरुआती वर्षों में ही नीतीश कुमार जी की सरकार ने बिहार में किसानों के हित में ए0पी0एम0सी0 (.कृषि उपज बाजार समिति) एक्ट को हटा दिया था। जो काम बिहार ने कर दिखाया आज पूरा देश उसी मार्ग पर चल पड़ा है- प्रधानमंत्री
  • दृढ़ निश्चय हो और नीतीश कुमार जी जैसा सहयोगी हो तो कुछ संभव है- प्रधानमंत्री
  • लॉकडाउन के दौरान राज्य से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने में रेलवे ने सबसे अहम और महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी-मुख्यमंत्री

‘प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं’
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मैं आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं. 17 सितंबर उनका जन्मदिन था, कल भी हमलोगों ने बधाई दी थी. पूरा सप्ताह आपका जन्मदिन मनाया जा रहा है. इसके लिए आपको बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं. आज 18 सितंबर से राजगीर में मलमास मेले की शुरुआत हो गई है, जिसमें अवधारणा है कि 33 करोड़ देवी देवता इस दौरान निवास करते हैं. वहां कुंड में स्नान करने की भी मान्यता है.

मैथिली को भी 8वीं अनुसूची में शामिल करने की हुई थी घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार में मुझे रेल मंत्री बनने का सौभाग्य मिला. कोसी महासेतु का शिलान्यास श्रद्धेय अटल जी की सरकार में 06 जून 2003 को हुआ था. इसके लिए हमने कोसी महासेतु के दोनों तरफ एप्रोच रोड के लिए स्थल का मुआयना कर लोगों से बातचीत की थी. ईस्ट-वेस्ट एलाइन्मेंट भी कोसी ब्रिज के पास ही तय किया गया है. वह दिन इसलिये भी ऐतिहासिक है, क्योंकि हमने प्रधानमंत्री से मैथिली भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की थी.

जिसकी घोषणा श्रद्धेय अटल जी ने उसी दिन की थी. उन्होंने कहा कि 12 अगस्त 2018 के रेल मंत्री के कार्यक्रम में हम भी शामिल हुए थे, जिसमें रेलमंत्री ने इस कार्य को तेजी से पूर्ण करने का अधिकारियों को निर्देश भी दिया था. मुझे हार्दिक प्रसन्नता है कि आज आपके द्वारा इस महासेतु का उद्घाटन हो रहा है.

सुगौली तक जोड़ने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हाजीपुर से वैशाली नई रेल लाईन की भी शुरुआत की जा रही है. जिसे सुगौली तक जोड़ने की योजना है. सुगौली भी ऐतिहासिक जगह है, जहां भारत और नेपाल के बीच वार्ता हुई थी. 10 फरवरी 2004 को वैशाली में श्रद्धेय अटल जी ने ही इसका शिलान्यास किया था. इसके एक हिस्से का काम पूर्ण हुआ है. जिसका आज उद्घाटन हो रहा है. इसे सुगौली तक भी पूर्ण किया जाए. उन्होंने कहा कि आपके नेतृत्व में रेलवे की कई योजनाओं का शिलान्यास हो रहा है, ये मेरे लिए प्रसन्नता की बात है. उन्होंने कहा कि बाढ़ और बख्तियारपुर के बीच तीसरी रेलवे लाइन का उद्घाटन हो रहा है. यह भी खुशी की बात है.

श्रद्धेय अटल जी की सरकार के दौरान उस समय के ऊर्जा मंत्री पीआर कुमार मंगलम ने बिहार में पॉवर प्लान्ट खोलने के लिए मुझसे जगह के बारे में पूछा था और उसके आधार पर बाढ़ में एनटीपीसी की स्थापना की गई. बाढ़ तक नई रेल लाइन से एनटीपीसी को कोयले की उपलब्धता में आसानी होगी. इसके लिए हजारीबाग कोयला खादान के पास से तय रुट हजारीबाग-कोडरमा-तिलैया-राजगीर-बख्तियारपुर-बाढ़ से कोयले की ढुलाई में आसानी होगी. मेरा आग्रह है कि जुरही-खुराडीह सेक्शन में चार सुरंगों को बनाया जाना है. इसे जल्द पूरा किया जाए. जिससे कोयले की निर्बाध आपूर्ति में सुविधा हो.

आवागमन में सुविधा होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस्लामपुर-नटेसर रेल लाइन के पूर्ण हो जाने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. पटना से गया जाने का पुराना सड़क मार्ग भी पहले इधर से ही था. अब फतुहा-इस्लामपुर से नटेसर होते हुए गया के लिए नया रेल मार्ग मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि 12 अगस्त 2018 के कार्यक्रम में मैंने रेल मंत्री से आग्रह किया था कि नेऊरा-दनियांवा-बिहारशरीफ-बरबीघा-शेखपुरा पूरा रेलखंड जो किउल से दानापुर आने का तीसरा रास्ता है और इसमें दूरी 9 किमी कम भी पड़ती है, इस लाइन के बन जाने से आवागमन में सुविधा होगी.

इसे अटल जी के समय में स्वीकृत किया गया था. इसके बचे हुए काम को पूरा कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि बिहार में इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मेकेनिकल इंजनियरिंग, जमालपुर, मुंगेर में चलता था. इसमें स्टूडेंट का सेलेक्शन यूपीएससी के माध्यम से होता था. यह इंस्टीच्यूट बंद हो गया है, इसको फिर से चालू करा दिया जाए.

श्रमिकों के लिए प्रवासी शब्द प्रयोग न करने का अनुरोध
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हमारे बाहर फंसे श्रमिकों को राज्य में वापस लाने में रेलवे ने काफी मदद की है. विशेष रेलगाड़ियों का परिचालन कराया गया, जिससे 23 लाख से ज्यादा श्रमिक बाहर से बिहार आए. हमारा निवेदन है कि श्रमिकों के लिए प्रवासी शब्द का प्रयोग न किया जाए, ये सभी देश के वासी है.

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