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'दानिश रिजवान शातिर अपराधी है.. उसने सुषमा बड़ाइक की हत्या की साजिश 6 माह पहले रची थी..' रांची पुलिस

रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के सहजानंद चौक पर बॉडीगार्ड की मौजूदगी में सुषमा बड़ाइक पर फायरिंग मामले (Sushma Badaik Firing case) में गिरफ्तार दो शूटरों फरहान और मो मुद्दसिर को रांची पुलिस ने शनिवार को मीडिया के सामने लाया. गिरफ्तार शूटरों ने पुलिस के सामने यह खुलाशा किया है कि वे एक महीने से सुषमा की हत्या करने की कोशिश कर रहे थे. (Planning to kill Sushma Badaik)

Ranchi Police
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Published : Jan 7, 2023, 10:47 PM IST

रांची/पटना : सुषमा बड़ाइक पर फायरिंग मामले (Sushma Badaik Firing case) में गिफ्तार शूटरों ने बड़ा खुलासा किया है. पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि शूटरों ने झारखंड हाई कोर्ट के पास चाकू से सुषमा का गला रेतने की प्लानिंग की थी. गिरफ्तार फरहान खान, मो मुद्दसिर और फरार मो छोटू नवंबर 2021 में रांची में आए थे. उस वक्त वे तीनों एक चोरी की बाइक से सुषमा बड़ाइक की रेकी की, इसी दौरान सुषमा हाई कोर्ट से जब निकल रही थी, उस वक्त तीनों शूटर चाकू लेकर बाहर इंतजार कर रहे थे. लेकिन पुलिसकर्मियों की तैनाती होने की वजह से वह घटना को अंजाम देने में सफल नहीं हो सके.

ये भी पढ़ें- यूपी में गैंगस्टर एक्ट लगा हुआ है फरहान खान पर, पांच साल से तलाश रही थी UP STF

इसी बीच शूटरों ने लोअर बाजार थाना क्षेत्र के थड़पखना स्थित सुषमा के घर की भी रेकी की थी. रात के समय शूटर सुषमा पर हमला करने की तैयारी में थे. हत्या के लिए तीनों कुरियर बॉय बनकर सुषमा के घर पहुंचे थे. आस पड़ोस के लोग हमले के दौरान बाहर न निकल जाएं इसलिए तीनों ने सबके दरवाजे भी बाहर से बंद कर दिए थे. लेकिन उस रात सुषमा ने दरवाजा नहीं खोला इस वजह से उसकी जान बच गई.

विफल होने पर लौट गए वापस: दो बार सुषमा पर हमले में विफल रहने के बाद तीनों शूटर वापस यूपी चले गए. पांच दिसंबर को तीनों शूटर एक बार फिर वापस आये और रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरे और प्रतिदिन सुषमा की रेकी करने लगे. आठ दिन रेकी करने के बाद बाइक सवार तीनों शूटरों ने 13 दिसंबर को हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच में बॉडीगार्ड के साथ बाइक से कोर्ट जा रही सुषमा को गोली मारकर घायल किया. इस वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों शूटर फरार हो गए थे.


छह माह पहले दानिश ने बनायी थी योजना: मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान शातिर अपराधी है. उसने सुषमा बड़ाइक की हत्या की साजिश (Planning to kill Sushma Badaik) छह माह पहले रची थी. अपने साले अपराधी फरहान खान को सुषमा के मामले की जानकारी दी. साथ ही उसकी हत्या करने के बारे में उससे कहा. इसके बाद फरहान ने मुद्दसिर और गुड्डू उर्फ उमर से संपर्क कर उसके साथ पूरी प्लानिंग की. उसी प्लानिंग के तहत तीनों शूटर रांची पहुंचे थे. इस एवज में दानिश ने फरहान को 80 हजार रुपए भी दिया था. कहा था कि काम होने के बाद वह उसे और रकम देगा.



डीएनए का दे रही थी दबाव, इसलिए करायी गोलीबारी: दरअसल, सुषमा बड़ाइक ने दावा किया था कि उसका पुत्र दानिश रिजवान का ही है. सुषमा ने झारखंड हाई कोर्ट में अर्जी देकर दानिश और अपने पुत्र का डीएनए कराने का आग्रह किया था. मामले की सुनवाई करने के बाद हाई कोर्ट ने उसे पटना हाई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया. इसको लेकर दानिश और सुषमा के बीच बकझक भी हुई थी. इसी को लेकर आरोपी दानिश ने उस पर गोली चलवायी. बता दें कि सुषमा ने दानिश के खिलाफ केस दर्ज कराया था. जिसमें दुष्कर्म का आरोप लगाया था.


नौ केस दर्ज हैं दानिश पर: हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान पर आरा, पटना और रांची में नौ केस दर्ज हैं. इसमें रंगदारी, हत्या और मारपीट और दुष्कर्म के मामले शामिल हैं.

रांची/पटना : सुषमा बड़ाइक पर फायरिंग मामले (Sushma Badaik Firing case) में गिफ्तार शूटरों ने बड़ा खुलासा किया है. पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि शूटरों ने झारखंड हाई कोर्ट के पास चाकू से सुषमा का गला रेतने की प्लानिंग की थी. गिरफ्तार फरहान खान, मो मुद्दसिर और फरार मो छोटू नवंबर 2021 में रांची में आए थे. उस वक्त वे तीनों एक चोरी की बाइक से सुषमा बड़ाइक की रेकी की, इसी दौरान सुषमा हाई कोर्ट से जब निकल रही थी, उस वक्त तीनों शूटर चाकू लेकर बाहर इंतजार कर रहे थे. लेकिन पुलिसकर्मियों की तैनाती होने की वजह से वह घटना को अंजाम देने में सफल नहीं हो सके.

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इसी बीच शूटरों ने लोअर बाजार थाना क्षेत्र के थड़पखना स्थित सुषमा के घर की भी रेकी की थी. रात के समय शूटर सुषमा पर हमला करने की तैयारी में थे. हत्या के लिए तीनों कुरियर बॉय बनकर सुषमा के घर पहुंचे थे. आस पड़ोस के लोग हमले के दौरान बाहर न निकल जाएं इसलिए तीनों ने सबके दरवाजे भी बाहर से बंद कर दिए थे. लेकिन उस रात सुषमा ने दरवाजा नहीं खोला इस वजह से उसकी जान बच गई.

विफल होने पर लौट गए वापस: दो बार सुषमा पर हमले में विफल रहने के बाद तीनों शूटर वापस यूपी चले गए. पांच दिसंबर को तीनों शूटर एक बार फिर वापस आये और रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरे और प्रतिदिन सुषमा की रेकी करने लगे. आठ दिन रेकी करने के बाद बाइक सवार तीनों शूटरों ने 13 दिसंबर को हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच में बॉडीगार्ड के साथ बाइक से कोर्ट जा रही सुषमा को गोली मारकर घायल किया. इस वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों शूटर फरार हो गए थे.


छह माह पहले दानिश ने बनायी थी योजना: मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान शातिर अपराधी है. उसने सुषमा बड़ाइक की हत्या की साजिश (Planning to kill Sushma Badaik) छह माह पहले रची थी. अपने साले अपराधी फरहान खान को सुषमा के मामले की जानकारी दी. साथ ही उसकी हत्या करने के बारे में उससे कहा. इसके बाद फरहान ने मुद्दसिर और गुड्डू उर्फ उमर से संपर्क कर उसके साथ पूरी प्लानिंग की. उसी प्लानिंग के तहत तीनों शूटर रांची पहुंचे थे. इस एवज में दानिश ने फरहान को 80 हजार रुपए भी दिया था. कहा था कि काम होने के बाद वह उसे और रकम देगा.



डीएनए का दे रही थी दबाव, इसलिए करायी गोलीबारी: दरअसल, सुषमा बड़ाइक ने दावा किया था कि उसका पुत्र दानिश रिजवान का ही है. सुषमा ने झारखंड हाई कोर्ट में अर्जी देकर दानिश और अपने पुत्र का डीएनए कराने का आग्रह किया था. मामले की सुनवाई करने के बाद हाई कोर्ट ने उसे पटना हाई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया. इसको लेकर दानिश और सुषमा के बीच बकझक भी हुई थी. इसी को लेकर आरोपी दानिश ने उस पर गोली चलवायी. बता दें कि सुषमा ने दानिश के खिलाफ केस दर्ज कराया था. जिसमें दुष्कर्म का आरोप लगाया था.


नौ केस दर्ज हैं दानिश पर: हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान पर आरा, पटना और रांची में नौ केस दर्ज हैं. इसमें रंगदारी, हत्या और मारपीट और दुष्कर्म के मामले शामिल हैं.

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