पटना(पुनपुन): 19 सितंबर से पितृपक्ष प्रारंभ हो रहा है. ऐसे में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण अंतरराष्ट्रीय पिंडदान स्थल पुनपुन नदी ( Punpun River ) घाट पर इस बार भी सरकारी तौर पर कोई आयोजन नहीं किया जा रहा है. पितृपक्ष मेला आयोजित नहीं होने के चलते अबतक यहां साफ सफाई का कार्य नहीं किया गया है. जिसके चलते पुनपुन पंडा समितियों ने रोष प्रकट किया है.
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कोरोना संक्रमण के कारण इस बार भी पितृपक्ष मेले पर ग्रहण लग गया है. जिसको लेकर पुनपुन पंडा समितियों की ओर से काफी रोष प्रकट किया गया है. पंडा समिति ने बताया कि जिला प्रशासन ने हम लोग की रोजी रोजगार सब छिन लिया है. हमलोगों के पेट पर लात मारने की कोशिश की गई है.
पंडा समिति ने बताया कि हर वर्ष यहां मेले का आयोजन होता था. मेले का आयोजन होने से हम लोगों के परिवार का गुजर बसर होता था. लेकिन इस बार भी मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. पंडितों ने कहा कि स्कूल, मंदिर सब खुल गए हैं, यहां तक कि चुनाव भी कराए जा रहे हैं, लेकिन मेले का आयोजन नहीं हो रहा है.
पुनपुन में इस बार करोना के चलते अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. मेले का आयोजन नहीं होने के कारण अभी तक नदी घाट पर कोई भी सरकारी व्यवस्था देखने को नहीं मिल रहा है. नदी घाट पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जिसके चलते वहां के पंडितों ने रोष प्रकट किया है.
पुनपुन पंडा समिति के पंडित तारिणी मिश्र ने कहा कि मेले का आयोजन नहीं होने से हम सभी पंडितों की रोजी रोजगार छीन गया है. सभी जगह पर धार्मिक स्थल खोल दिया गया है. चुनाव भी कराये जा रहे हैं लेकिन पितृपक्ष मेला का आयोजन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार की दोहरी नीति है.
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